Cash For Query Case: तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने रविवार (5 नवंबर) को लोकसभा एथिक्स पैनल के प्रमुख विनोद सोनकर के खिलाफ तीखा हमला बोला और दावा किया कि जब वह 2 नवंबर को कैश-फॉर-क्वैरी घोटाले के सिलसिले में पैनल के सामने पेश हुईं तो उन्होंने उनसे घटिया अप्रासंगिक सवाल पूछे थे.


मोइत्रा ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर फर्जी कहानी के जरिए महिला सांसद को संसद से बाहर करने प्रयास का आरोप लगाया और पार्टी को चेतावनी दी उनके पास पैनल की कार्यवाही की पूरी प्रतिलेख (Verbatim) है, जिसमें चेयरमैन के घटिया घिनौने, अप्रासंगिक सवाल, विपक्ष का विरोध और उनका विरोध सबकुछ रिकॉर्ड है.






तृणमूल कांग्रेस की सांसद ने कहा कि बीजेपी को 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपये के कोयला घोटाले के लिए अडानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की जरूरत है. इससे पहले मोइत्रा ने अडानी समूह पर 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाले करने का आरोप लगाया था.






निशिकांत दुबे ने कसा तंज
इसको लेकर बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर तंज कसा है. दुबे ने एक्स पर मोइत्रा की पोस्ट को शेयर करते हुए कहा ,"महुआ (आरोपी सांसद) की पढ़ाई देखिए, बैंक ने लगता है नौकरी से गलत





हिसाब-किताब के कारण निकाल दिया. कल प्रेस को बोली 13 हजार करोड़ का कोयला घोटाला हुआ और आज लिख रही हैं 1 लाख 30 हजार का घोटाला, सचमुच डर गई है?"


ओम बिरला ने जांच के लिए बनाया पैनल
दुबे ने हाल ही में महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर अडानी समूह को लेकर लोकसभा में सवाल पूछे थे. इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मामले की जांच के लिए एक पैनल गठित किया था.


टीएमसी नेता ने लॉगिन क्रेडेंशियल शेयर करने की बात कबूली
एक हलफनामे में दर्शन हीरानंदानी ने दावा किया था कि मोइत्रा ने उन्हें अपने लॉगिन क्रेडेंशियल का उपयोग करके लोकसभा की आधिकारिक वेबसाइट पर सवाल पोस्ट करने की अनुमति दी और उसके बदले में उन्होंने उनसे रिश्वत ली. वहीं, मोइत्रा ने रिश्वत लेने के आरोपों से इनकार किया. हालांकि मोइत्रा ने यह माना कि उन्होंने अपने लॉगिन क्रेडेंशियल हीरानंदानी के साथ साझा किए थे.





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