Cash For Query Row: सवाल के बदले पैसे लेने के आरोप के मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने गुरुवार (23 नवंबर) को निशाना साधा. दुबे ने आरोप लगाया कि मोइत्रा ने गोपनीयता का पालन नहीं किया.
बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''यह है लोकसभा का आदेश जो साफ कहता है कि गोपनीयता का मतलब सूचना केवल और केवल सांसद तक सीमित रहे. ऐसा इसलिए क्योंकि सांसद जब प्रश्न पूछते हैं तो संसद शुरू होने के एक घंटा पहले उत्तर सांसद को मिलता है. इससे शेयर मार्केट, कंपनी की स्थिति में उतार चढ़ाव, देश की सुरक्षा में सेंध, दूसरे देशों के साथ अपने संबंधों पर समय से पहले जानकारी मिल जाने पर आर्थिक और सुरक्षा से खिलवाड़. आरोपी भ्रष्टाचारी सांसद को शायद हीरानंदानी जैसे PA ने यह पढ़कर नहीं बताया? चोरी और सीनाजोरी का उदाहरण.''
दरअसल, निशिकांत दुबे ने ही मोइत्रा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल किए हैं. इस कारण मोइत्रा के ज्यादातर सवाल लोकसभा में अडानी ग्रुप के मामले से जुड़े हुए थे.
अब तक मामले में क्या हुआ?
निशिकांत दूबे ने मामले में लेटर लिखकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद बीजेपी के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली एथिक्स कमेटी ने इसको लेकर मीटिंग की और मुहआ मोइत्रा ने अपना पक्ष रखा.
मोइत्रा और कमेटी में शामिल अन्य विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि निजी सवाल किए गए. इसको खारिज करते हुए विनोद कुमार सोनकर ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ. उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को रिपोर्ट सौंप देते हुए इसमें मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की है.
मामला क्या है?
निशिकांत दुबे ने हाल ही में दावा किया था कि मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी से पैसे और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल किए है. इसके बाद हीरानंदानी ने ये बात स्वीकारते हुए कहा कि हां, उन्होंने मोइत्रा को पैसे दिए हैं. ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने के लिए किया जा रहा था.
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