'PM नरेंद्र मोदी यह पूछने में क्यों डर रहे कि...', जातिगत जनगणना पर राहुल गांधी ने उठा दिया बड़ा सवाल
राहुल गांधी ने जाति जनगणना पर एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम यह पूछने से क्यों डरते हैं कि कॉर्पोरेट्स, न्यायपालिका, मीडिया में कितने दलित, OBC और आदिवासी हैं.
Rahul Gandhi on Caste Census: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने (5 नवंबर, 2024) को तेलंगाना में एक बार फिर जाति जनगणना का मुद्दा उठाया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आश्चर्य होता है कि पीएम ने सार्वजनिक रूप से ये नहीं कहा कि वह भारत में भेदभाव के विचार को चुनौती देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि देश में 50 प्रतिशत आरक्षण के बैरियर को ध्वस्त करेंगे. तेलंगाना को देश में जाति जनगणना के लिए एक मॉडल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं कि तेलंगाना में जाति जनगणना हो और तेलंगाना देश में जाति जनगणना के लिए एक मॉडल बने. उन्होंने जाति आधारित भेदभाव पर जोर देते हुए कहा कि भारत में जिस तरह जातिगत भेदभाव होता है, ऐसा दुनिया में और कहीं नहीं होता. अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को चुनौती देने का भी वादा किया.
'राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना कराने का कर चुके हैं वादा'
राहुल गांधी ने जाति आधारित जनगणना के महत्व को बताते हुए कहा कि जाति जनगणना हमे ये सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि समाज के सभी वर्गों के लिए समान अवसर मिल रहा है या नहीं. हम संसद में राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना कराने का वादा कर चुके हैं और इसे लागू करने के लिए कांग्रेस की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
'प्रधानमंत्री मोदी यह पूछने में क्यों डर रहे'
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से यह क्यों नहीं कहा कि वह भारत में भेदभाव के विचार को चुनौती देना चाहते हैं. उन्होंने पूछा, "प्रधानमंत्री यह पूछने से क्यों डरते हैं कि कॉरपोरेट, न्यायपालिका, मीडिया में कितने दलित, ओबीसी, आदिवासी हैं."
ये भी पढ़ें: राहुल गांधी कराना चाहते हैं गृह युद्ध, बना रहे नए-नए टूल किट- गिरिराज सिंह का बड़ा आरोप