(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मवेशी तस्करी मामला: TMC नेता विनय मिश्रा के खिलाफ CBI ने दाखिल की चार्जशीट, ये हैं आरोप
कोलकाता में सीबीआई ने टीएमसी यूथ विंग के महासचिव विनय मिश्रा के खिलाफ आरोप पत्र सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश कर दिया है.
कोलकाता के मशहूर कैटल स्मगलिंग कांड में सीबीआई ने टीएमसी यूथ विंग के महासचिव विनय मिश्रा के खिलाफ आरोप पत्र सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश कर दिया है. विनय मिश्रा फिलहाल फरार बताया गया है लेकिन इस आरोप पत्र से विनय मिश्रा की मुश्किल है और बढ़ गई हैं. आरोपपत्र में विनय मिश्रा पर कैटल स्मगलर्स को प्रोटेक्शन देने और बदले में पैसे आदि लेने का आरोप लगाया गया है.
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया की कैटल स्मगलिंग केस में सीबीआई ने इसके पहले बीएसएफ के एक कमांडेंट और मशहूर कैटल स्मगलर इनामुल हक समेत 7 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र कोर्ट के सामने पेश किया था जिस पर सुनवाई जारी है. इसमें बीएसएफ कमांडेंट को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट से जमानत मिल गई थी. सीबीआई ने इस मामले में स्मगलर इनामुल हक को राजधानी दिल्ली से एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद गिरफ्तार किया था. इनामुल हक तथा उसके सहयोगियों के यहां पड़े छापों और पूछताछ के दौरान इस मामले में टीएनसी यूथ विंग के महासचिव विनय मिश्रा का नाम सामने आया था.
सीबीआई ने विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी भी की
आरोप लगा था कि विनय मिश्रा स्मगलर तथा अन्य लोगों को कथित तौर पर सरकारी प्रोटेक्शन दिलाने के नाम पर पैसा लेते हैं सीबीआई ने विनय मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी भी की थी लेकिन विनय मिश्रा उन्हें अपने घर या किसी ठिकाने पर नहीं मिला था इसके बाद सीबीआई ने विनय मिश्रा को पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय में पेश होने के लिए अन्य को नोटिस जारी किए थे लेकिन विनय मिश्रा सीबीआई के सामने पेश नहीं हुआ था.
सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक इसके बाद सीबीआई ने कोर्ट की शरण ली थी और कानूनी खानापूर्ति के बाद विनय मिश्रा के गैर जमानती वारंट कोर्ट ने जारी कर दिए थे इस तमाम घटनाक्रम के बावजूद विनय मिश्रा जांच एजेंसियों के सामने पेश नहीं हुआ. सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि विनय मिश्रा को इस मामले की भनक लग गई थी और वह एक बड़े कोल माफिया के साथ पहले ही देश छोड़कर फरार हो गया था.
कोल माफिया की तलाश भी सीबीआई को दो अन्य मामलों में है
इस कोल माफिया की तलाश भी सीबीआई को दो अन्य मामलों में है. सीबीआई के अधिकारी के मुताबिक अभी तक जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए हैं उनसे विनय मिश्रा पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि होती है लिहाजा मामलों में सामने आए बयानों और दस्तावेजों के आकलन के बाद विनय मिश्रा के खिलाफ आरोप पत्र विशेष सीबीआई अदालत के सामने दाखिल कर दिया गया है.
अब सीबीआई की विशेष अदालत विनय मिश्रा के खिलाफ इस मामले में पेश होने के लिए नोटिस जारी करेगी और जब विनय मिश्रा कोर्ट के सामने पेश होंगे तो इस आरोप पत्र पर सुनवाई शुरू की जाएगी. उधर दूसरी तरफ सीबीआई इस मामले में विनय मिश्रा जब भी कोर्ट के सामने सरेंडर करेंगे या कहीं गिरफ्तार होंगे तो उन्हें मामले की अगली कड़ियों की पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर रिमांड पर लेगी और उसके बाद सीबीआई विनय मिश्रा के खिलाफ एक और पूरक आरोपपत्र कोर्ट के सामने दाखिल कर सकती है.
विनय मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं
फिलहाल इस मामले में आरोप पत्र दाखिल होने से विनय मिश्रा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं क्योंकि अब उन्हें कोर्ट से जमानत मिलना मुश्किल हो जाएगा. साथ ही सीबीआई को इंतजार है विनय मिश्रा का क्योंकि विनय मिश्रा से पूछताछ होने के बाद ही यह पता चल सकेगा कि जो पैसा विनय मिश्रा द्वारा लिया जाता था वह पैसा किन लोगों तक पहुंचता था और विनय मिश्रा इस पैसे को देश के बाहर किन लोगों के पास भेजता था. ध्यान रहे कि इस मामले की जांच ने पश्चिम बंगाल की राजनीति मे खासी गहमागहमी मचाई हुई है.
यह भी पढ़ें.
बीजेपी नेता राकेश सिंह की गिरफ्तारी पर बोलीं रूपा गांगुली- अन्याय किया है तो गिरफ्तार होना चाहिए
बिहार विधानसभा में गूंजा 'मंत्री चोर है' का नारा, जानें- क्या है पूरा मामला?