CBI Action On Bribery: सीबीआई ने 50 लाख रुपये की घूसखोरी में अपर मंडल रेल प्रबंधक (आईआरएसई-1997 बैच), ठेकेदार और हवाला संचालक सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों के मुताबिक, तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से लगभग 47 लाख रुपये (कैश) बरामद हुए हैं.
यह बड़ी कार्रवाई तब हुई, जब सीबीआई (CBI) की ओर से दिल्ली, नरोरा, गुवाहाटी, सिलीगुड़ी एवं अलीगढ़ सहित विभिन्न स्थानों पर स्थित एडीआरएम और अन्य के परिसरों में तलाशी शुरू की गई. बताया जा रहा है कि तलाशी में लगभग 47 लाख रुपये (कैश), लैपटॉप और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं.
घूसखोरी के आरोप में गुवाहाटी के अपर मंडल रेल प्रबंधक (आईआरएसई-1997 बैच), ठेकेदार, हवाला संचालक और रिश्वत देने व्यक्ति सहित कुल सात आरोपियों को सीबीआई ने पकड़ा. इस मामले में गुवाहाटी के अपर मंडल रेल प्रबंधक (एडीआरएम) एवं ठेकेदारों सहित अन्य व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
घूसखोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी एडीआरएम ने निजी ठेकेदारों को ठेके के करार, माप पुस्तिका तैयार करने, चालू खाता के बिलों पर कार्यवाही करने, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे में जारी निर्माण कार्य के लिए लंबित बिलों के भुगतान को जल्द जारी करने के साथ-साथ सिक्योरिटी डिपॉजिट एवं बैंक गारंटी को जल्द जारी करने के लिए षड़यंत्र रचा.
इस षड़यंत्र को उसने ठेकेदारों के साथ मिलकर रचा. आरोप है कि न्यू जलपाईगुड़ी में मुख्य अभियंता (निर्माण) के पद पर तैनात रहा एडीआरएम (गुवाहाटी) विभिन्न ठेकेदारों से अनुचित फायदा लेने का आदी था. आरोप है कि ठेकेदार अपने परिचित के द्वारा हवाला संचालक के माध्यम से दिल्ली में गुवाहाटी एडीआरएम को रिश्वत पहुंचाने की सुविधा प्रदान कर रहा था.
कुछ साक्ष्य मिलने पर सीबीआई ने ट्रेस करना शुरू किया. हवाला चैनल के माध्यम से एक शख्स को उक्त एडीआरएम के लिए 50 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार करने के दौरान पकड़ा गया. वह शख्स एडीआरएम का परिचित ही था. बाद में इस मामले में अन्य आरोपियों को पकड़ा गया. अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.