NSE घोटाले में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, पूर्व सीओओ आनंद सुब्रमण्यम को चेन्नई से किया गिरफ्तार
एनएसई के पूर्व सीओओ आनंद सुब्रमण्यम को केन्द्रीय जांच एजेंसी ने चेन्नई से गिरफ्तार किया है. उनसे सीबीआई तीन दिनों से पूछताछ कर रही थी.
CBI Arrest Anand Subramanian: एनएसई घोटाले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है. एनएसई के पूर्व सीओओ आनंद सुब्रमण्यम को केन्द्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार की देर रात चेन्नई से गिरफ्तार किया है. उनसे सीबीआई पिछले तीन दिनों से पूछताछ कर रही थी. सीबीआई अब इस बात की जांच कर रही है कि आखिर कौन है वह रहस्यमई बाबा, जिसके इशारे पर यह गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व एमडी चित्रा राम कृष्णी की भी मुश्किलें बढ़ गई है. आनंद सुब्रमण्यम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व एमडी चित्रा रामकृष्णा के सलाहकार भी थे. इससे पहले, इनकम टैक्स विभाग की तरफ से पहले ही मामले में कार्यवाही शुरू की जा चुकी है. इनकम टैक्स विभाग ने चित्रा रामकृष्णा और आनंद सुब्रमण्यम और उनकी पत्नी के मुंबई और चेन्नई स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी.
इस मामले की जांच पिछले तीन वर्षों से चल रही है और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की एक ताजा रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई ने यह गिरफ्तारी की है. सेबी की इस रिपोर्ट में एक रहस्यमयी योगी के बारे में पता चला है जो पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के कार्यों और अन्य अनियमितताओं का मार्गदर्शन कर रहा था. इसके अलावा रिपोर्ट में कुछ नये तथ्य भी सामने आए हैं. अधिकारियों के मुताबिक सुब्रमण्यम को बृहस्पतिवार देर रात हिरासत में ले लिया गया. अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार करने से पहले उनसे चेन्नई में कई दिनों तक पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान आनंद सुब्रमण्यम ने सवालों का जवाब देने में टालमटोल किया, इसीलिए सीबीआई ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
सीबीआई सुब्रमण्यम को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाने के लिए चेन्नई की एक अदालत में पेश करेगी. अधिकारियों के मुताबिक एक बार याचिका मंजूर हो जाने के बाद, सीबीआई उसे राष्ट्रीय राजधानी में लाएगी और अपने मुख्यालय में मामले के संबंध में पूछताछ के लिए उसे हिरासत में रिमांड पर लेने के लिए एक विशेष अदालत के समक्ष पेश करेगी. एक ऑडिट रिपोर्ट में सुब्रमण्यम को कथित तौर पर एक रहस्यमयी योगी के रूप में संदर्भित किया गया था, लेकिन इसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 11 फरवरी को अपनी रिपोर्ट में खारिज कर दिया था.
वर्ष 2013 में एनएसई के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवि नारायण की जगह लेने वालीं चित्रा रामकृष्ण ने सुब्रमण्यम को अपना सलाहकार नियुक्त किया था. इसके बाद सुब्रमण्यम को 4.21 करोड़ रुपये के मोटे वेतन पर समूह संचालन अधिकारी के रूप में पदोन्नत किया गया था.
सेबी ने अपनी रिपोर्ट में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चित्रा रामकृष्ण और अन्य लोगों पर आनंद सुब्रमण्यम को मुख्य रणनीतिक सलाहकार के रूप में नियुक्त करने के अलावा समूह संचालन अधिकारी और प्रबंधक निदेशक के सलाहकार के पद पर पुन: नियुक्त करने में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. सेबी ने इस सिलसिले में रामकृष्ण पर तीन करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा सेबी ने एनएसई पर दो करोड़ रुपये, एनएसई के पूर्व प्रबंधक निदेशक और सीईओ रवि नारायण पर दो करोड़ रुपये और मुख्य नियामक अधिकारी और अनुपालन अधिकारी वी आर नरसिम्हन पर छह लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.