लखनऊ: ओडिशा हाईकोर्ट के पूर्व जज इशरत मशरूर कुद्दुसी को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है. उनके साथ चार और लोग भी पकड़े गए हैं. सीबीआई की एंटी करप्शन यूनिट ने लखनऊ, फैजाबाद, दिल्ली, कानपुर और भुवनेश्वर समेत नौ ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की.
लखनऊ के प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में दो साल के लिए एडमिशन लेने पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को इस प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में गड़बड़ियों की शिकायत मिली थी. ये मामला हाईकोर्ट में पहुंच गया था.
बीपी यादव और पलाश यादव इस मेडिकल कॉलेज के मालिक हैं. पूर्व जज के साथ मिल कर दोनों कोर्ट को मैनेज करने में लगे थे. सीबीआई ने एक करोड़ रुपये घूस लेने वाले एक शख्स को इसी हफ्ते दिल्ली के चांदनी चौक से गिरफ्तार किया था. उस शख्स के पास से 91 लाख 90 हजार रुपये कैश में बरामद हुए थे. सीबीआई की ओर से बीपी यादव और पलाश यादव के अलावा ओडिशा हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज आई एम कुद्दुसी, भावना पांडेय और विश्वनाथ अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज किया था. इनमे से बीपी यादव, पलाश यादव, आई एम कुद्दुसी, अग्रवाल के साथ-साथ रामदेव सारस्वत को भी सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है.
खबर है कि हाईकोर्ट के पूर्व जज ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के मालिकों को भरोसा दिया था कि वो केंद्र के अफसरों और कोर्ट से अपने हक में फैसला करा लेंगे. वहीं हाईकोर्ट के पूर्व जज आई एम कुद्दुसी के परिवार का कहना है कि उन्हें फंसाया गया है. उनके भाई नुसरत कुद्दुसी ने कहा कि वे बाबरी मस्जिद केस में गवाह हैं, इसलिए ये सब हुआ है.