नई दिल्लीः सीबीआई ने सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) झारखंड के महाप्रबंधक और उसकी निजी सहायक को 26 हजार की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है की एक ठेकेदार से उसकी फाइल पास करने के बदले 2 फीसदी बतौर कमीशन के तौर पर रिश्वत मांग रहे थे.
सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
सीबीआई को इस बाबत शिकायत मिली थी की इस महाप्रबंधक ने झारखंड के अंदर सड़क निर्माण से जुड़े कार्य की अंतिम मंजूरी देने के बदले यह रिश्वत मांगी थी. सड़क निर्माण से जुड़ा यह कार्य लगभग 13 लाख रुपए का था और इस काम को अंतिम मंजूरी देने की पावर महाप्रबंधक के पास थी .
आरोप के मुताबिक महाप्रबंधक प्रशांत वाजपेयी की वरिष्ठ निजी सहायक अपर्णा चौधरी ने ठेकेदार से इस काम के बदले 2 प्रतिशत रिश्वत की मांग की थी.
शिकायत के आधार पर सीबीआई ने जाल बिछाया और रिश्वत लेती हुई वरिष्ठ सहायक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया इसके बाद हुई जांच के आधार पर महाप्रबंधक को भी गिरफ्तार कर लिया गया और दोनों के ठिकानों पर छापेमारी की गई.
सीबीआई का दावा है कि छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज तथा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद हुए हैं जिनकी जांच जारी है. गिरफ्तार दोनों अधिकारियों को आज झारखंड में एक विशेष अदालत के सामने पेश किया गया.
सीबीआई ने गत 2 महीनों के दौरान सेंट्रल कोलफील्ड्स के अनेक अधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इनमें कहीं कोई अधिकारी हाजिरी लगाने के नाम पर पैसे मांग रहा था तो कहीं कोई अधिकारी फाइल पास किए जाने के बदले रिश्वत मांग रहा था.