CBI Action In Bribery Case: केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI ) ने रिश्वतखोरी के एक बड़े मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें हिसार ECHS पॉलीक्लिनिक के डॉक्टर अनुराग शर्मा, प्राइवेट बिचौलिया डॉक्टर नितिन शर्मा, हिसार के निवासी धर्मपाल और डिफेंस अकाउंट डिपार्टमेंट के सीनियर अकाउंट ऑफिसर श्यामसुंदर शामिल हैं. इन पर शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप है. CBI ने जाल बिछाकर आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा है. छापेमारी में 25 लाख रुपये नकद और कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं.
25 जनवरी 2025 को CBI ने इस मामले में केस दर्ज किया था. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि हिसार पॉलीक्लिनिक के डॉक्टर और एक प्राइवेट बिचौलिया डॉक्टर, रोहतक के एक निजी अस्पताल के खिलाफ चल रही जांच को खत्म करने के लिए 1.40 करोड़ रुपये की रिश्वत मांग रहे थे. शिकायतकर्ता ने पहले ही 35 लाख रुपये दिए थे और उनसे 35 लाख रुपये और मांगे गए थे.
CBI ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा
CBI ने जाल बिछाकर प्राइवेट डॉक्टर नितिन शर्मा को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा. इसके बाद डॉक्टर अनुराग शर्मा को हिरासत में लिया गया. जांच में हिसार के धर्मपाल और डिफेंस अकाउंट डिपार्टमेंट के सीनियर अकाउंट ऑफिसर श्यामसुंदर की संलिप्तता का पता चला. इन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
तलाशी में बरामद नकदी और दस्तावेज
CBI ने आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें 25 लाख रुपये नकद और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए. चारों आरोपियों को पंचकूला कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. CBI ने बताया कि इस मामले की जांच अभी जारी है. इस कार्रवाई से रिश्वतखोरी में शामिल अन्य लोगों और मामले में काफी कुछ खुलासा होने की उम्मीद है.