नई दिल्ली: हजारों करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपी कपिल वधावन और धीरज वधावन को आज सीबीआई ने सतारा में गिरफ्तार कर लिया. वधावन बंधुओं को सीबीआई टीम मुंबई ला रही है और उन्हें सोमवार की सुबह मुंबई स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां से सीबीआई पूछताछ के लिए वधावन बंधुओं को रिमांड पर लेगी.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक वधावन बंधुओं को गिरफ्तार किए जाने का फैसला सीबीआई मुख्यालय में हुआ लेकिन सीबीआई प्रशासन के सामने बड़ी समस्या यह थी कि जिस मामले में इन्हें गिरफ्तार किया जाना है वह मामला दिल्ली मुख्यालय में दर्ज है. लिहाजा सीबीआई प्रशासन ने अपनी मुंबई टीम को इस बारे में आवश्यक निर्देश दिए जिसके बाद मुंबई सीबीआई ब्रांच ने वधावन बंधुओं के खिलाफ गैर जमानती वारंट पर लगी कोर्ट की रोक के बारे में न्यायालय के सामने अपना पक्ष रखा और न्यायालय ने एक बार फिर वधावन बंधुओं के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिए.


सीबीआई के एक आला अधिकारी ने बताया कि इस गैर जमानती वारंट के साथ सीबीआई की एक टीम आज दोपहर सतारा पहुंची और सतारा पुलिस प्रशासन को वधावन बंधुओं के इस गैर जमानती वारंट के बारे में बताया गया सतारा पुलिस के सहयोग से सीबीआई ने वधावन बंधुओं को गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई के आला अधिकारी के मुताबिक सीबीआई की टीम अब इन दोनों को लेकर मुंबई मुख्यालय आ रही है. माना जा रहा है कि सीबीआई की टीम इन दोनों को लेकर आज देर शाम मुंबई पहुंचेगी और इसके बाद इन्हें कल सुबह मुंबई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा जहां से इन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की अर्जी सीबीआई लगाएगी.


सीबीआई के मुताबिक जब तक लॉकडाउन का समय चल रहा है तब तक इस मामले की जांच कर रही दिल्ली सीबीआई की टीम वहां नहीं पहुंच सकती. लिहाजा तब तक इस मामले की जांच सीबीआई की मुंबई भ्रष्टाचार निरोधक शाखा करेगी रिमांड पर लेने के बाद वधावन बंधुओं को मुंबई में ही रखा जाएगा.


ध्यान रहे कि वधावन बंधुओं को 9 अप्रैल को मुंबई के पास सतारा जिले के महाबलेश्वर इलाके से हिरासत में लिया गया था. तब इनके पास महाराष्ट्र प्रशासन की विशेष गृह सचिव अमिताभ गुप्ता का एक पत्र भी बरामद हुआ था जिसमें अमिताभ गुप्ता ने तमाम प्रशासन के अधिकारियों को वधावन बंधुओं को अपना करीबी बताते हुए लॉकडाउन के दौरान सहयोग करने के निर्देश दिए थे. इस पत्र को लेकर महाराष्ट्र प्रशासन ने अमिताभ गुप्ता को जबरन छुट्टी पर भेज दिया था और मामले की जांच के आदेश दिए थे.


वधावन बंधुओं पर यस बैंक घोटाले मामले में सैकड़ों करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप है. सीबीआई ने इस मामले में दो अलग-अलग एफ आई आर दर्ज की है और इन्हीं में से एक एफआईआर में इन्हें गिरफ्तार किया गया है. माना जा रहा है कि सीबीआई की पूछताछ खत्म होने के बाद ईटीवी इन्हें पूछताछ के लिए अपनी हिरासत में ले सकती है. वधावन बंधुओं को 9 अप्रैल को महाबलेश्वर में पकड़े जाने के बाद 14 दिन के कारण टीम में रखा गया था और उसी दौरान मुंबई और सीबीआई और ईडी ने सातारा प्रशासन से कहा था कि इन दोनों भाइयों को छोड़े जाने के पहले दोनों एजेंसियों को सूचित कर दिया जाए जिससे कि वह अपना अगला कदम उठा सकें सतारा के एसपी ने 17 अप्रैल 2020 को दोनों एजेंसियों को पत्र लिखकर बता दिया था कि इन दोनों को 22 अप्रैल को छोड़ा जा रहा है जिसके बाद कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने इन्हें आज गिरफ्तार कर लिया.