नई दिल्ली: एक तरफ जब समूचा देश कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहा है और आम आदमी अपनी रोजी-रोटी को लेकर फिक्रमंद है, ऐसे में भी कुछ लोग रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे हैं. सीबीआई ने मंगलवार को ऐसे ही एक अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि यह अधिकारी अपने नीचे के कर्मचारी को लॉकडाउन के बाद वापस ड्यूटी पर लेने के लिए 3000 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था.


सीबीआई के एक आला अधिकारी ने बताया कि किशोरी प्रसाद राउत नाम का शख्स भारत कुकिंग कोल लिमिटेड धनबाद की सिंदरा बांसजोरा कोलियरी सिजुआ क्षेत्र शाखा में उपस्थिती लिपिक के पद पर तैनात था. आरोप है कि शाखा में तैनात एक कर्मचारी लॉकडाउन के बाद अपनी ड्यूटी पर वापस ज्वाइन करना चाह रहा था जिसके बदले किशोरी प्रसाद में उस कर्मचारी से 3000 रुपये रिश्वत की मांग की और यह भी कहा कि यदि वह पैसे नहीं देगा तो वह उसे ड्यूटी पर वापस नहीं लेगा.


कर्मचारी ने इस बात की शिकायत सीबीआई से की. सीबीआई ने शिकायत के आधार पर किशोरी प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया और फिर जाल बिछाकर किशोरी प्रसाद को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.


सीबीआई का दावा है कि इस दौरान किशोरी प्रसाद के पास रकम भी बरामद हुई है और आरंभिक पूछताछ में उसने यह कबूल किया है कि उसने पैसे लिए थे. किशोरी प्रसाद के यहां से मारे गए छापे के दौरान सीबीआई को अनेक दस्तावेज भी मिले हैं जिनकी जांच की जा रही है. जांच एजेंसी का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए गिरफ्तारी तमाम नियम कानूनों को ध्यान में रखते हुए की गई है. किशोरी प्रसाद को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा.


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