West Bengal: चुनाव बाद हुई हिंसा मामले में CBI का एक्शन, श्रीधर दास की हत्या के केस में 7 गिरफ्तार
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें प्रनब बरकेट, प्रीतम राय सरकार,रतन राय सरकार, लिटोन सील, लिटोन भौमिक, नकुल राय सरकार, बिश्वाजीत बर्मन के नाम शामिल हैं.
CBI Arrests Seven People In West Bengal: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) में मतदान (Voting) के बाद हुई हिंसा के दौरान श्रीधर दास (Sri Dhar Das) की मौत से संबंधित मामले की जांच के दौरान सात आरोपियों को गिरफ्तार किया. इन आरोपियों को पश्चिम बंगाल के कूचविहार कोलकाता (Kolkata) और जयपुर (Jaipur) से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने पूछताछ के लिए सभी आरोपियों को रिमांड पर लिया है.
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनमें प्रनब बरकेट, प्रीतम राय सरकार,रतन राय सरकार, लिटोन सील, लिटोन भौमिक, नकुल राय सरकार, बिश्वाजीत बर्मन के नाम शामिल हैं. सीबीआई के मुताबिक इस मामले की जांच पश्चिम बंगाल में मतदान के बाद हुई हिंसा से संबंधित कोलकाता उच्च न्यायालय के 19 अगस्त 2021 के आदेश के मुताबिक शुरू की गई थी.
किस मामले के तहत दर्ज की गई थी गिरफ्तार
यह मामला इसके पहले पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के अंतर्गत दिनहटा थाने में एफआईआर नंबर 341/ 2021 पर दर्ज किया गया था. यह मुकदमा 25 जून 2021 को सीबीआई ने जांच के लिए अपने हाथ में ले लिया था. इस मामले में यह आरोप है कि दिनांक 04.05.2021 को अपराह्न लगभग 02:00 बजे श्रीधर दास को अज्ञात आरोपियों ने लाठी, बट्टम, लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा.
आगे यह आरोप है कि जब पीड़ित की पत्नी अपने पति को बचाने आई तो उसे भी आरोपियों ने बेरहमी से पीटा. घटना के बाद दास को दिनहाटा अस्पताल और बाद में कूचबिहार के अन्य अस्पतालों/नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां 21.06.2021 को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
सीबीआई ने कई शहरों में की थी छापेमारी
जांच के दौरान आरोपियों के खिलाफ आरंभिक सबूत के बाद, सीबीआई ने कूचबिहार, जयपुर और कोलकाता से सात आरोपियों जो कथित रूप से मृतक की मौत के मामले में संलिप्त थे की पहचान की उनका पता लगाया और उनको गिरफ्तार किया.
इसके साथ ही सीबीआई ने कूचबिहार, पश्चिम बंगाल (West Bengal) में लगभग 8 स्थानों पर तलाशी ली, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज और वस्तुएं बरामद हुई. गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया गया जहां से उनको पूछताछ के लिए सीबीआई हिरासत (CBI Custody) में भेजा गया. अब इस मामले की जांच जारी है.
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