CBI Arrests Engineer: सीबीआई (CBI) ने इंजीनियर (Engineer) धनंजय प्रसाद चतुर्वेदी को 50 हजार रुपये की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोप है कि चतुर्वेदी ने किए गए काम का बिल पास करने के बदले 5% की रिश्वत मांगी थी. गिरफ्तारी के बाद मारे गए छापों के दौरान उसके ठिकानों से 9 लाख 50 हजार रुपए से ज्यादा की रकम और नोएडा (Noida) और लखनऊ (Lucknow) में प्लॉट (Plot) के दस्तावेज (Documents) मिले हैं.
सीबीआई के मुताबिक यह गैरिसन इंजीनियर मध्य प्रदेश की ग्वालियर स्थित मुरार कैंटोनमेंट में तैनात था. सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को शिकायतकर्ता ने शिकायत दी थी कि उसने कैंटोनमेंट से जुड़ी इमारतों में स्पेशल रिपेयर का काम किया था साथ ही कवर्ड शैड आदि भी डाले थे. उसके काम का कुल 84 लाख रुपया का बिल बना था. उसने अपने काम के बदले मिलने वाले पैसे के बिल को जब गैरिसन इंजीनियर के यहां पास होने के लिए लगाया तो इंजीनियर ने उससे कुल राशी का 5% रिश्वत देने को कहा.
शिकायतकर्ता का आरोप- मुझे धमकी दी गई
आरोप के मुताबिक शिकायतकर्ता से कहा गया कि उसे कुल राशि का 5% (4 लाख 20 हजार रुपए) रिश्वत देनी होगी. यह भी आरोप है कि जब शिकायतकर्ता ने यह रिश्वत की रकम देने में आनाकानी की तो उसे धमकी दी गई कि उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
आरोपी रंगे हाथों गिरफ्तार
शिकायत के आधार पर सीबीआई ने इस मामले की आरंभिक जांच की और जांच के दौरान महत्वपूर्ण तथ्य पाए जाने पर विभिन्न अपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया. इस मुकदमे के बाद 50 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे गैरिसन इंजीनियर धनंजय प्रसाद चतुर्वेदी को सीबीआई ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
सीबाआई ने की इंजीनियर के ठिकानों पर छापेमारी
सीबीआई (CBI) के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद उसके कार्यालय समेत अन्य ठिकानों पर छापेमारी की गई. यह छापेमारी ग्वालियर (Gwalior) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संत कबीर नगर (Sant Kabir Nagar) इलाकों में की गई. इस दौरान उसके पास से 9 लाख 60 हजार रुपए की नगदी के साथ-साथ उसके लखनऊ और नोएडा स्थित प्लाट के दस्तावेज भी बरामद हुए.
सीबीआई (CBI) को शक है कि यह प्लॉट (Plots) आदि संभवत रिश्वत की रकम से खरीदे गए होंगे. गिरफ्तार इंजीनियर को सीबीआई की विशेष कोर्ट (Special CBI Court) के सामने पेश किया जाएगा मामले की जांच जारी है.
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