नई दिल्ली: सीबीआई ने आगुस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में भारतीय वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस पी त्यागी, उनके भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी और एक वकील गौतम खेतान को गिरफ्तार किया है. एस पी त्यागी की गिरफ्तारी जहां गुड़गांव स्थित उनके घर से हुई, वही बाकी दो को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया. इन्हें कल अदालत के सामने पेश किया जाएगा.


सीबीआई ने इस मामले में अभी तक की जो जांच की है, उसके हिसाब से 3600 करोड़ रुपये के आगुस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर खरीद समझौते को पूरा करने के एवज में करीब 58 मिलियन यूरो की दलाली खाई गई थी, जिसका एक बड़ा हिस्सा एस पी त्यागी को अपने भाई संजीव त्यागी के जरिये मिला था.


जिस वक्त आगुस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर को खरीद के लिए चयन किया गया, उस वक्त एस पी त्यागी भारतीय वायुसेना के प्रमुख थे. सीबीआई की जांच के मुताबिक, आगुस्ता कंपनी को हेलिकॉप्टर सौदा दिलवान के लिए एस पी त्यागी ने तकनीकी नियमों में फेरफार की थी. वर्ष 2007-2008 के दौरान ये हुआ था.


सीबीआई की जांच में सामने आया है कि आगुस्ता वेस्टलैंड कंपनी को भारत से हेलिकॉप्टर खरीद का सौदा मिले, इसके लिए जिन तीन लोगों ने दलाली की थी, उसमें दो जहां स्विस नागरिक थे, वही एक ब्रिटिश नागरिक. दो स्विस दलालों के नाम हैं -हैश्के और गैरोसा, वही ब्रिटिश नागरिक का नाम है क्रिश्चियन मिशेल जेम्स.


इन तीनों के जरिये कुल 58 मिलियन यूरो की दलाली दी गई थी. ये पैसा हवाला के जरिये मॉरीशस और सिंगापोर के मार्फत भारत में लाया गया था और फिर इसे संंबंधित लोगों के बीच बांटा गया था, जिसमें एस पी त्यागी भी एक थे. एस पी त्यागी ने अपने भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी के जरिये ये रकम हासिल की थी. पेेशे से वकील गौतम खेतान ने दलाली की रकम हवाला के जरिये भारत में लाने में अहम भूमिका निभाई थी. इसीलिए सीबीआई ने इन तीनों को गिरफ्तार किया है और इनसे आगे की पूछताछ जारी है. आने वाले दिनों में इस सिलसिले में कुछ और हाई प्रोफाइल लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.


सीबीआई में आगु्स्ता वेस्टलैंड सहित बड़े घोटालों की जांच के लिए कुछ महीने पहले एक एसआईटी बनाई गई थी और इसका अध्यक्ष सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को बनाया गया था, जो फिलहाल सीबीआई के इंचार्ज डायरेक्टर भी हैं.