नई दिल्ली: करोना काल में भी सरकारी अधिकारी रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे और छोटी मोटी रकम भी लेने से नहीं चूक रहे जबकि छापे के दौरान उनके पास से लाखों रुपए की नकदी बरामद हो रही है. ऐसे ही एक मामले में सीबीआई ने राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में तैनात रेलवे की मुख्य कार्यालय अधीक्षक को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है.
सीबीआई के मुताबिक उसके पास एक शिकायत आई थी जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा था कि वह रेलवे का ठेकेदार है और उसने पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत राजस्थान के करौली जिला अंतर्गत हिंडन सिटी में रेलवे का काम किया था. यह काम दिसंबर 2019 में समाप्त भी हो गया था. इस काम के बदले बिल पास करने के लिए उक्त अधिकारी ने 0.5 फीसदी की दर से रिश्वत मांगी जो कुल साढ़े 11 हजार रुपये बनती थी.
शिकायत में कहा गया कि उक्त ठेकेदार रिश्वत की रकम नहीं देना चाहता है लिहाजा कानूनी कार्रवाई की जाए शिकायत के आधार पर सीबीआई ने मामले की आरंभिक जांच की और उसके बाद जाल बिछाकर मात्र 10000 रुपये की रिश्वत ले रहे रेलवे अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया .
दिलचस्प यह है कि गिरफ्तारी के बाद जब सीबीआई ने अधिकारी के ठिकानों पर छापेमारी की तो उसके पास से डेढ़ लाख रुपए की नकदी और अन्य दस्तावेज बरामद हुए रेलवे अधिकारी को सीबीआई ने जयपुर की विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश किया .
ध्यान रहे कि इसके पहले भी सीबीआई इस रेलवे अधिकारी के अलावा झारखंड में भी अनेक सरकारी अधिकारियों को मात्र कुछ हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर चुकी है जिससे यह बात साफ हो रही है कि करोना काल में भी अधिकारी छोटी मोटी रकम लेने से भी नहीं चूक रहे.
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