नई दिल्ली: सीबीआई ने 2012 में हुए मध्य प्रदेश प्री मेडिकल टेस्ट से जुड़े व्यापम घोटाले के एक मामले में फरार एक चिकित्सा अधिकारी को उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में गिरफ्तार किया. सीबीआई ने 23 नवंबर, 2017 को एक चार्जशीट दायर की थी. इसके आधार पर निचली अदालत ने फरार नामजद आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था.
सीबीआई के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा, ‘‘इस के अनुरूप आरोपी को गिरफ्तार किया गया. आरोपी सीएचसी जट्टुवा तप्पा, जिला रायबरेली (यूपी) में चिकित्सा अधिकारी के पद पर तैनात था.’’ उन्होंने बताया कि सीबीआई की जांच में पता चला कि आरोपी वीरेंद्र मौर्य सह आरोपी, बिचौलिये और धंधेबाज के साथ साजिश रचते हुए इंदौर में एक परीक्षा केंद्र पर एमपीपीएमटी-2012 में पेश हुए और सह आरोपी (लाभार्थी परीक्षार्थी) को उत्तरों की नकल करवाकर उसकी मदद की.’’
प्रवक्ता ने कहा कि यह भी आरोप है कि आरोपी ने सह आरोपी बिचौलिए और भोपाल के एक निजी मेडिकल कॉलेज की मिलीभगत से एमबीबीएस पाठ्यक्रम की एक सीट को अवरूद्ध किया और बाद में उसे खाली कर दिया. इस सीट को बाद में उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना मेडकिल कॉलेज ने भरा.’’