14 हजार करोड़ रुपये के बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती हैं, क्योंकि सीबीआई एक स्पेशल ऑपरेशन के तहत उसके खासम खास कहे जाने वाले दाहिने हाथ सुभाष परब को काहिरा से भारत ले आई है. सुभाष को आज मुंबई में सीबीआई की विशेष कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा जहां से सीबीआई रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ करेगी.


सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि शंकर सुभाष परब नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार में डिप्टी जनरल मैनेजर फाइनेंस के पद पर था. आरोप है कि बैंकों से जो फ्रॉड एल ओ यू साइन कराए जाते थे उसमें सुभाष की महत्वपूर्ण भूमिका थी. यह भी आरोप है कि घोटाले के पैसों को भारत से बाहर भेजने में और उन्हें विदेशों में सेटल कराने में भी उसे महत्वपूर्ण जानकारियां थी. घोटाले के फौरन बाद जब नीरव मोदी देश से भागा तो सुभाष परब भी देश से भाग गया.


केंद्रीय जांच ब्यूरो ने सुभाष की भूमिका को देखते हुए उसके खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक नीरव मोदी की लंदन में गिरफ्तारी के बाद सुभाष लगातार उसे बाहर से हर तरह का सहयोग करता रहा. यहां तक कि उसने लंदन कोर्ट में नीरव मोदी के फेवर में गवाही भी दी. इसके बाद सुभाष जांच एजेंसियों के रडार से एक बार फिर बच निकला और लंदन से भी भाग गया.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान पता चला कि सुभाष परब काहिरा में है. इस सूचना के आधार पर सीबीआई ने एक स्पेशल ऑपरेशन चलाया. इस स्पेशल ऑपरेशन के तहत काहिरा प्रशासन ने सुभाष को वापस भारत डिपोर्ट कर दिया यानी उसका प्रत्यर्पण नहीं हुआ बल्कि उसे खुद काहिरा प्रशासन ने वापस भारत भेज दिया. सुभाष के मुंबई पहुंचने के फौरन बाद सीबीआई ने उसे एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया. 


सुभाष को आज मुंबई की विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश किया जाएगा जहां सीबीआई उससे नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी के राज उगलवायेगी. यानी आने वाले दिन नीरव मोदी और मेहुल चौकसी दोनों के लिए भारी पड़ सकते हैं.


ये भी पढ़ें- देश में इतने फीसदी लोगों की मातृभाषा है हिंदी, हर साल हो रहा आंकड़े में इजाफा


भारत को पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ से ज्यादा उम्मीदें क्यों नहीं करनी चाहिए?