सूरत: नोटबंदी के बाद लोग पैसे के लिए तरस रहे थे तो कुछ लोग उसी पैसे पर ऐश कर रहे थे. लेकिन काला धन को सफेद करने वाले बेईमानों पर अब आयकर विभाग के साथ-साथ सीबीआई भी वार कर रही है. कल गुजरात के सूरत में सीबीआई ने 13 जगहों पर छापेमारी की. सीबीआई ने एक बैंक अधिकारी और दो कारोबारियों पर केस भी दर्ज किया है.
बैंक पर गलत तरीके से पुराने नोट बदलने का आरोप
सूरत के सिटीलाइट इलाके में मौजूद पीपल्स को ऑपरेटिव बैंक के दफ्तर में कल सीबीआई ने दो घंटे तक छापेमारी की. सीबीआई अधिकारियों ने जरूरी दस्तावेजों को खंगाला और काफी देर तक बैंक मैनेजर से भी पूछताछ की.
सीबीआई ने सिर्फ इसी ब्रांच में नहीं बल्कि पीपल्स को ऑपरेटिव की 12 शाखाओं में छापेमारी की. आरोप है कि सूरत पीपल्स कोऑपरेटिव बैंक में गैरकानूनी तरीके से पुराने नोट बदले गए.
दो ज्वैलर्स ने खोला BOI में फर्जी खाता
नोटबंदी के बाद सूरत में काला धन सफेद करने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है. आरोप है महिधरपुरा इलाके के दो ज्वैलर्स रजनी ज्वैलर्स और कृति क्रिएशन ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर बैंक ऑफ इंडिया में खाते खोले.
इसके बाद ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए खाते में 25 करोड़ रुपये जमा किए गए. बाद में इसी फर्जी खाते में 40 करोड़ रुपये और जमा हुए 65 करोड़ बैंक खाते में जमा होने के बाद आयकर विभाग की नजर इस खाते पर पड़ी.
इस फर्जी खाते में पैसे दूसरे बैंकों के अलग-अलग खातों से जमा करवाए गए इन बैंकों में सूरत पीपल्स को ऑपरेटिव बैंक भी शामिल था. आयकर विभाग की जांच के बाद सीबीआई भी इस मामले में जांच कर रही है. सीबीआई ने इसके अलावा सूरत के कारोबारी किशोर भजियावाला के ठिकानों को भी खंगाला है.
भजियावाला की अरबों रुपये की अघोषित संपत्ति का पता चला था
भजियावाला पर नोटबंदी के बाद गैरकानूनी तरीके से एक करोड़ रुपए के पुराने नोटों को नए नोटों पर बदलवाने का आरोप है. किशोर भजियावाला पर छापों के दौरान 400 करोड़ की गैरकानूनी संपत्ति का खुलासा हुआ था. 23 लाख रुपये के नए नोटों समेत 1 करोड़ का कैश उसके घर से मिला था.
जबकि बैंक लॉकरों से 5 किलो सोने के बिस्किट, 8 किलो गोल्ड जूलरी, 1 किलो डायमंड जूलरी औऱ सवा किलो चांदी की जूलरी बरामद हुई थी. नोटबंदी के बाद से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट साढ़े चार हजार करोड़ से ज्यादा की अघोषित आय का खुलासा कर चुका है. अब तक पांच हजार से ज्यादा नोटिस जारी किए जा चुके हैं.