Prafull Patel Case: 8 महीने पहले NDA में शामिल हुए थे प्रफुल्ल पटेल, अब CBI ने बंद किया भ्रष्टाचार का केस
CBI Case Prafull patel: UPA में नागरिक उड्डयन मंत्री रहे प्रफुल्ल पटेल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था. SC के आदेश पर 2017 में CBI ने जांच शुरू की थी. एजेंसी ने कहा है कि कोई सबूत नहीं मिले हैं.
CBI Closed Case Against Prafull Patel: 8 महीने पहले एनडीए का हिस्सा बने महाराष्ट्र के चर्चित नेता प्रफुल्ल पटेल को लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले बड़ी राहत मिली है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा-अजित) के राज्यसभा सदस्य प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामले की जांच सीबीआई ने बंद कर दी है. केंद्रीय एजेंसी ने कहा है कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं. एअर इंडिया के विमान पट्टे पर लेने से जुड़े 840 करोड़ रुपये के कथित घोटाले से जुड़े मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कर रही थी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने गुरुवार (28 मार्च) को बताया कि 'किसी भी गड़बड़ी का कोई सबूत' नहीं था, इसलिए सीबीआई ने मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है.
यूपीए सरकार में मंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार का आरोप
कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार (यूपीए) में नागरिक उड्डयन मंत्री रहे पटेल और एअर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों पर अनियमितताओं का आरोप लगा था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 2017 में जांच शुरू करने वाली सीबीआई ने मामले में एफआईआर दर्ज की थी लेकिन केंद्रीय एजेंसी ने हाल ही में एक विशेष अदालत के समक्ष क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है.
एअर इंडिया में कथित अनियमितताओं से संबंधित थी जांच
अधिकारियों ने कहा कि जिन निजी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन कंपनियों के साथ सीट-साझा करने वाली व्यवस्था सहित एअर इंडिया में कथित अनियमितताओं से संबंधित अन्य मामलों की जांच शुरू हुई थी, वह जारी रहेगी. हालांकि प्रफुल्ल पटेल के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं. जांच एजेंसी ने प्रफुल्ल पटेल के साथ ही तत्कालीन MoCA और एयर इंडिया के अधिकारियों को भी क्लीन चिट दे दी है. विशेष अदालत यह तय करेगी कि रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या नहीं. क्लोजर रिपोर्ट दाखिल होने के बाद कोर्ट यह तय करेगा कि मामले की जांच आगे जारी रहेगी या नहीं.