नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की भोपाल शाखा में तैनात सहायक महाप्रबंधक एके जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि उप महाप्रबंधक ने 1 साल के भीतर अपने और अपने परिजनों के नाम पर ढाई करोड़ से ज्यादा की नगद धनराशि बैंकों में जमा कराई. सीबीआई को आरंभिक जांच के आकलन में उसकी आय से अधिक संपत्ति 1488 प्रतिशत ज्यादा होने का अनुमान है. सीबीआई ने इस मामले में आज अनेक जगहों पर छापेमारी भी की है.


सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक सीबीआई को सूचना मिली थी कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की भोपाल शाखा में तैनात सहायक महाप्रबंधक के पास अवैध तरीके से कमाया गया धन हो सकता है. सूचना के आधार पर उक्त सहायक महाप्रबंधक एके जैन के बारे में जांच की गई इस दौरान पता चला कि उक्त अधिकारी ने 1 अप्रैल 2017 से 31 दिसंबर 2018 के बीच अपने और अपने परिजनों के नाम पर विभिन्न बैंकों में ढाई करोड़ रुपए से ज्यादा नगद धनराशि जमा की थी. इसके साथ ही उसके पास से तीन अचल संपत्तियां भी मिली हैं.


अब तक की जांच के दौरान उसके बैंक खाते में लगभग 7 करोड रुपए मिले हैं. सीबीआई का कहना है कि आरंभिक जांच के दौरान उसकी आय से अधिक संपत्ति 468.45 लाख पाई गई जो उसकी उस की आय से 1488 प्रतिशत ज्यादा है. यानी यह अधिकारी यदि ईमानदारी से वैध धन कमाता तो उसके पास इतनी संपत्ति और पैसा नहीं होना चाहिए था. सूचना के आधार पर सीबीआई ने इस मामले में भोपाल तथा अन्य जगहों पर छापेमारी की है छापेमारी के दौरान सीबीआई का दावा है कि उसे अनेक अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं मामले की जांच जारी है.