एयरसेल-मैक्सिस मामलाः CBI ने पी चिदंबरम, उनके बेटे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की
3500 करोड़ रुपये के एयरसेल- मैक्सिस सौदे और 305 करोड़ रुपये के आईएनएक्स मीडिया मामले में जांच एजेंसियां कांग्रेस के सीनियर नेता और तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम की भूमिका की जांच कर रही है.
नई दिल्लीः सीबीआई ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम और उनके बेटे कार्ति के खिलाफ आज एडिशनल चार्जशीट दायर की है और उन्हें एयरसेल मैक्सिस सौदा मामले में आरोपी बनाया है. विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओपी सैनी की पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई. पटियाला कोर्ट 31 जुलाई को चार्जशीट पर विचार करेगी. इस मामले में करीब 18 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है और इनमें कई पूर्व अधिकारियों के नाम शामिल हैं. सीबीआई ने कुल 18 लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया है और इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी और पीसी एक्ट की धारा 7,12 13(2) के तहत मामला दर्ज किया है.
3500 करोड़ रुपये के एयरसेल- मैक्सिस सौदे और 305 करोड़ रुपये के आईएनएक्स मीडिया मामले में जांच एजेंसियां कांग्रेस के सीनियर नेता और तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम की भूमिका की जांच कर रही है. यूपीए वन सरकार में उनके वित्त मंत्री रहते दोनों कंपनियों को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने मंजूरी दी थी जिसमें कथित अनियमितताओं का पता चला है.
इससे पहले ईडी ने एयरसेल-मैक्सिस मामले में कार्ति चिदंबरम के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी और इसमें भी उनके पिता पी चिदंबरम का नाम शामिल था. वहीं 5 जून को भी एयरसेल-मैक्सिस डील घोटाले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की थी. इस मामले में चिदंबरम को पूछताछ में शामिल होने और जांच में सहयोग करने के लिए ईडी ने समन भेजा था. इस मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 10 जुलाई तक पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी.
क्या है एयरसेल-मैक्सिस मामला साल 2006 में एयरसेल-मैक्सिस डील को मंजूरी देने के लिए कथित तौर पर अनियमितताओं का पता चलने के बाद ईडी ने उनके खिलाफ मामला बनाया था. इन दोनों कंपनियों को 3500 करोड़ रुपये की डील करने के लिए एफआईपीबी मंजूरी दिलाने के पीछे तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम थे और उन्होंने कैबिनेट कमेटी की अनुमति के बिना ही मंजूरी दिला दी थी.
क्या है कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मामला साल 2007 में जब यूपीए वन की सरकार थी और पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे उस दौरान आईएनएक्स मीडिया को विदेशों से करीब 305 करोड़ रुपये की रकम हासिल करने के लिए एफआईपीबी मंजूरी देने में कथित तौर पर अनियमितताएं सामने आईं. पी चिंदबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर आरोप हैं कि उन्हें इस मामले में पैसे मिले थे. इसके अलावा ईडी ने भी इस मामले में कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया हुआ है.