Sukesh Chandrasekhar Extortion Case: जेल के अंदर रहते हुए 200 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले देश के महाठग सुकेश चंद्रशेखर पर अब सीबीआई (CBI) का शिकंजा कसना शुरू हो गया है. सीबीआई ने शुक्रवार (7 अक्टूबर) को तमिलनाडु सीजेएम कोर्ट में सुकेश और उसके साथी संजय जैन के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में जो बातें कोर्ट के सामने रखी हैं, अब वो आपको बताते हैं.
25 नवंबर 2019 को चेन्नई पुलिस ने सुकेश चंद्रशेखर और उसके साथी संजय जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इस मामले को टेकओवर किया और एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की. जांच में सामने आया था कि दोनों आरोपियों ने डिजिटल डिवाइस के जरिए चीटिंग की थी. सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक महाठग सुकेश जब अक्टूबर 2019 में जेल से पेरोल पर बाहर आया तब उसने स्पूफिंग के जरिए ठगी की वारदात को अंजाम दिया.
ऐसे करता था ठगी
उसने खुद को भारत सरकार का अधिकारी बताकर उन लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया जो किसी ना किसी केस में फंसे थे और जांच एजेंसियों के दायरे में थे. सुकेश चंद्रशेखर ने स्पूफिंग के जरिए बड़े-बड़े व्यापारियों को कॉल किया और खुद को भारत सरकार का अधिकारी बताया और उन्हें कहा कि उनके जो केस चल रहे हैं वो उन्हें सेटल करवा सकता है. इन्हीं केस को सेटल करवाने के एवज में सुकेश ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया और ठगी सारा पैसा उड़ा दिया.
चार्जशीट के मुताबिक इस मामले का दूसरा आरोपी संजय जैन जोकि दिल्ली के पंजाबी बाग का रहने वाला है उसने भी सुकेश का पूरा साथ दिया. सीबीआई के मुताबिक संजय जैन लगातार सुकेश के संपर्क में रहता था और वकील से लेकर तमाम लीगल मदद मुहैया करवाता था और सुकेश के लिए डील भी करता था.
इनकम टैक्स विभाग ने की थी छापेमारी
सीबीआई ने चार्जशीट में ये भी बताया है कि इस मामले में इनकम टैक्स विभाग ने भी छापेमारी की थी. ये छापेमारी साल 2019 में की गई थी जिसमें तिरुपति, आंध्र प्रदेश में एक ऑर्गेनाइजेशन के यहां भी रेड्स की थी. जिनका अपना एक मंदिर था. सीबीआई के मुताबिक सुकेश ने इस ऑर्गेनाइजेशन के ऑपरेशन देखने वाले एक शख्स को स्पूफिंग के जरिए कॉल किया और खुद को भारत सरकार का एक अधिकारी लॉ सेकेट्री बताया. इतना ही नहीं सुकेश ने उसपर 7.50 करोड़ रुपये देने का दवाब बनाया.
दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है सुकेश
दरअसल महाठग सुकेश स्पूफिंग के जरिए जब किसी को कॉल करता था तब जो सामने वाले के मोबाइल पर नम्बर शो होता था वो सरकारी दफ्तर का लैंडलाइन नम्बर होता था. कॉल किया जाता था उसे भी लगता था कि फोन सरकारी दफ्तर से ही आ रहा है और सुकेश खुद को भारत सरकार का अधिकारी बताता था. जबकि वह नंबर विदेश के होते थे. सीबीआई (CBI) ने आगे बताया है कि सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrasekhar) ने इसी तरह दो करोड़ रुपये की ठगी की. सीबीआई ने इस मामले में आरोपियों को कस्टडी में लेकर पूछताछ भी की थी. फिलहाल सुकेश चंद्रशेखर दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है.
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