IFCI Cheating Case: सरकारी कंपनी आईएफसीआई से 22 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में मेहुल चोकसी पर CBI ने दर्ज की FIR
Mehul Choksi Case: भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी और उनकी कंपनी गीतांजलि जेम्स के खिलाफ सीबीआई ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. यह मामला 30 अप्रैल को दर्ज किया गया था.
CBI ने आईएफसीआई लिमिटेड को कम गुणवत्ता के हीरे देकर 22 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोप में भारत के आर्थिक भगोड़े मेहुल चोकसी, उसकी कंपनी गीताजंलि जेम्स प्राइवेट के खिलाफ मामला दर्ज किया है. सीबीआई ने मूल्याकंनकर्ताओं समेत अन्य लोगो के खिलाफ भी विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर मुंबई कोलकाता में आठ जगहों पर छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज मिलने का दावा किया गया है. भारत से 14 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोपी मेहुल चोकसी अभी लंदन जेल में बंद है.
सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि इंडस्ट्रियल फाइनेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सहायक जनरल मैनेजर की शिकायत पर विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत यह मुकदमा 30 अप्रैल 2022 को दर्ज किया गया.
इस मुकदमे में मेहुल चोकसी के अलावा उसकी कंपनी गीताजंलि जेम्स मुंबई, प्राइवेट वैल्यूअर सूरजमल लालू भाई एंड कंपनी, नरेद्र झावेरी, प्रदीप शाह और श्रणिक आर शाह समेत अज्ञात लोकसेवकों को इस मामले में आरोपी बनाया गया है. इस मामले में आईएफसीआई लिमिटेड ने सीबीआई को शिकायत की थी.
इस शिकायत में कहा गया था कि यह घोटाला साल 2014 से साल 2018 की अवधि के दौरान का है. जब आईएफसीआई लिमिटेड ने उक्त निजी कंपनी के साथ साथ उसके निदेशक के आश्वासन और उसके उपक्रम पर भरोसा करते हुए मूल्याकंनकर्ताओं द्वारा किए गए मूल्याकंन के आधार पर गिरवी रखे गए गहनों के बदले कुल 25 करोड़ रुपये का लोन दिया था.
बाद में मेहुल चोकसी उसकी कंपनी ने लिए गए लोन की किश्तों को धीरे धीरे देना बंद कर दिया, जिसके चलते आईएफसीआई लिमिटेड ने गिरवी रखे गए जेवरातों का मूल्याकंन करा कर उन्हें बेच कर पैसे वसूलने का निर्णय लिया.
इस नए मूल्याकंन के दौरान धोखाधड़ी सामने आई क्योंकि पता चला कि मेहुल चोकसी और उसकी कंपनी ने निजी वैल्यूअरों के साथ मिल कर अपने गहनों का ज्यादा मूल्य के आधार पर मूल्याकंन कराया था. हीरे के जो जेवरात दिए गए थे, उनमे लगे हीरे निम्न गुणवत्ता के थे और असली मूल्य से लगभग 90 प्रतिशत तक दाम कम थे.
सीबीआई ने शिकायत के आधार पर मेहुल चौकसी और उसके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मुंबई कोलकाता में कुल आठ जगहों पर छापेमारी की और इस दौरान अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज मिलने का दावा किया है. मेहुल और उसके रिश्तेदारों समेत उसकी कंपनियों पर भारतीय बैकों के समूह को लगभग 14 हजार करोड़ का चूना लगाने का आरोप है. इस मामले में मेहुल चोकसी लंदन की जेल में बंद है और उसे वापस भारत लाने की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. इस मामले मे अनेक आरोपी फरार है.
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