CBI interrogates Satya Pal Malik: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) ने मेघालय (Meghalaya) के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) से शनिवार (8 अक्टूबर) को पूछताछ की. सीबीआई ने अप्रैल में सत्यपाल मलिक के आरोपों पर दो एफआईआर (FIR) दर्ज की थीं. यह पूछताछ उसी सिलसिले में की गई. 


दरअसल, सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया था कि जब वह 2018-19 में जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राज्यपाल थे तब दो फाइलों को मंजूरी दिलाने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत (Bribe) दिए जाने की पेशकश की गई थी. मेघालय के राज्यपाल के तौर पर मलिक का कार्यकाल इसी चार अक्टूबर को पूरा हुआ है. उनके इस कार्यकाल के समाप्त होने के बाद सीबीआई ने उनसे पूछताछ की.


सत्यपाल मलिक ने यह कहा


सत्यपाल मलिक ने मीडिया को बताया, ''जांच एजेंसी ने मुझे बुलाया था और मामले से संबंधित मेरे बयानों का विवरण लिया. आगे की पूछताछ के बारे में कोई जानकारी मुझे नहीं दी गई.'' सीबीआई के मुताबिक, मलिक से दो दिन पहले भी पूछताछ की गई थी लेकिन और ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए शनिवार को उनसे फिर से पूछताछ की गई. 


सत्यपाल मलिक ने सरकारी कर्मचारियों के सामूहिक चिकित्सा बीमा योजना का ठेका देने के संबंध में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. मलिक के मुताबिक, एक फाइल आरएसएस के एक नेता से संबंधित थी.


मलिक ने पिछले साल बताई थी उन्हें घूस की पेशकश वाली बात


मलिक ने 17 अक्टूबर 2021 को राजस्थान में एक कार्यक्रम में कहा था, ''मेरे सामने दो फाइलें आई थीं. एक सचिव ने मुझे बताया कि अगर मैं इन्हें मंजूरी दे देता हूं तो हर एक के लिए मुझे 150 करोड़ रुपये मिल सकते हैं. मैंने यह कहते हुए पेशकश ठुकरा दी कि मैं कश्मीर में पांच कुर्ता पायजामा लेकर आया था और उन्हीं के साथ वापस जाऊंगा.''


एक एफआईआर में सीबीआई ने कहा है कि 2019 में एक निजी कंपनी को किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के सिविल काम का 2200 करोड़ रुपये का ठेका देने में भ्रष्टाचार हुआ था.


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