झारखंड में धनबाद में तैनात जज उत्तम आनंद की कथित हत्या वाली जगह पर सीबीआई अपने फॉरेंसिक टीम की मदद से क्राइम सीन क्रिएट कराएगी. साथ ही सीबीआई इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों से वैज्ञानिक परीक्षणों के जरिए पूछताछ करेगी. उसके बाद सीबीआई निर्णय लेगी कि जज उत्तम आनंद की हत्या की गई थी या यह महज एक दुर्घटना थी.


धनबाद में तैनात जज उत्तम आनंद की कथित हत्या के मामले में सीबीआई ने केंद्र के निर्देश के बाद बुधवार को मुकदमा दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी. सीबीआई ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है और यह विशेष टीम धनबाद के लिए रवाना कर दी गई है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस विशेष टीम सीबीआई के अधिकारियों द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि मामले की जांच के दौरान किसी भी तरह की कोई लापरवाही न बरती जाए और हर एंगल से मामले की जांच की जाए.


गवाहों से भी अलग-अलग पूछताछ की जाएगी
सूत्रों के मुताबिक विशेष जांच टीम को जो दिशा निर्देश दिए गए हैं उनके मुताबिक जज उत्तम आनंद के साथ यह घटना जिस जगह पर हुई थी उसी जगह पर सीबीआई टीम अपने फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से सीन रीक्रिएट कराएगी. साथ ही इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से वैज्ञानिक विधि से पूछताछ करेगी. जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि विशेष जांच टीम के सदस्य जज उत्तम आनंद का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के पैनल से भी बात करेगी और अपनी फॉरेंसिक टीम से भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का आंकलन कराएगी. इसके अलावा विशेष जांच टीम मामले की लिए गठित झारखंड पुलिस की विशेष एसआईटी टीम से तो बात करेगी, साथ ही अब तक इस मामले में जो गवाह सामने आए हैं उनसे भी अलग-अलग पूछताछ करेगी.


झारखंड पुलिस ने इस मामले में हत्या की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है और झारखंड पुलिस की एसआईटी ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है. जिनके नारको टेस्ट समेत कुल 4 टेस्ट किए जाने की इजाजत कोर्ट भी दे चुका है. अब तक की जांच के दौरान झारखंड पुलिस इस निर्णय पर नहीं पहुंच पाई थी कि आखिर जज उत्तम आनंद की हत्या क्यों की गई. सूत्रों के मुताबिक इस मामले में जल्द ही सीबीआई की विशेष जांच टीम अपनी रिपोर्ट सीबीआई मुख्यालय के सामने पेश करेगी. 


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