नई दिल्ली: विवादों में घिरी सीबीआई में ऑपरेशन क्लीन पार्ट 2 कल फिर हुआ. प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर गुरूवार की शाम आपरेशन क्लीन चलाया गया जिसके तहत सीबीआई में विशेष निदेशक रहे राकेश अस्थाना समेत तीन अधिकारियों को सीबीआई से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
इनमें मनीष सिन्हा का नाम भी है. मनीष सिन्हा ही वो डीआईजी हैं जिनकी सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका के आधार पर एनएसए अजीत डोभाल का फोन टेप होने का मामला उठा था. यानी डोभाल के फोन टैप कराने वाले की सीबीआई से छुट्टी हो गई है. पिछले हफ्ते ही पीएम मोदी की अध्यक्षता में सेलेक्ट कमेटी ने सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को ही हटा दिया था.
सीबीआई मे इन चारों अधिकारियों की सेवावधि कम करने के लिए कार्मिक मंत्रालय ने एक प्रस्ताव कैबिनेट कमेटी के पास भेजा था. इन चार में से तीन अधिकारी राकेश अस्थाना, एके शर्मा और मनीष सिन्हा नंबर एक और दो की लड़ाई के कारण विवादो में थे जबकि चौथे अधिकारी एसपी जयंत के बारे में बताया गया कि वो अपने काडर में पदोन्न्ति हो गए थे और उन्होंने खुद सीबीआई से बाहर जाने की इच्छा जताई थी.
ये तीनों अधिकारी केन्द्रीय डेपुटेशन पर हैं और इनका समय अभी बाकी है लिहाजा इन्हें दूसरे विभागों में तैनात किया जा सकता है. अगले सप्ताह 24 जनवरी को नए निदेशक की नियुक्ति को लेकर सलेक्ट कमेटी की बैठक होनी है. सीबीआई में जल्द ही नए निदेशक की तैनाती होने वाली है. माना जा रहा है कि नए निदेशक ही अपनी नई टीम बनाएंगे जिससे फिर से कोई विवाद खड़ा ना हो सके.
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