नई दिल्ली: सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के मामले की जांच कर रहे अधिरकारी ने वीआरएस मांगा है. टीम के सदस्य रहे एजेंसी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सतीश डागर ने निजी कारणों का हवाला देकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के प्रवक्ता ने बताया कि डागर ने एजेंसी को पत्र लिखकर निजी कारणों का हवाला देकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की है."


अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप की जांच कर रहे हैं डागर


सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, डागर ने अगस्त के अंत में वीआरएस के लिए आवेदन किया था. सीबीआई के एक सूत्र ने बताया कि हालांकि सीबीआई निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने अभी तक उनका आवेदन मंजूर नहीं किया है. डागर को अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप की जांच की जिम्मेदारी दी गई.


डागर अस्थाना की जांच करने वाली टीम का हिस्सा थे, जब सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और तत्कालीन विशेष निदेशक अस्थाना में विवाद चल रहा था और उन्होंने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. वर्मा और अस्थाना को तब सरकार ने जबरदस्ती अवकाश पर भेज दिया था.


डागर ने राम रहीम के खिलाफ भी की थी मामलों की जांच


हालांकि सरकार ने जब पिछले साल 24 अक्टूबर को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एम. नागेश्वर राव को कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया, तो वे डागर को इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग से दिल्ली में एंटी-करप्शन विंग में ले आए. डागर को डिप्टी एसपी ए.के. बस्सी समेत पूर्व जांच अधिकारियों के स्थान पर लाया गया. डागर ने इससे पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ मामलों की जांच की थी.


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