Mumbai News: मुंबई में आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) को 63 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोप में सीबीआई ने टॉपवर्थ स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड और उसके निवेशकों समेत अनेक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर नौ जगहों पर छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान अनेक आपत्तिजनक और महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने का दावा किया गया है.


सीबीआई प्रवक्ता आर सी जोशी के मुताबिक, इस मामले में आईडीबी आई बैंक ने शिकायत की थी कि मुंबई की टॉपवर्थ स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों सुरेंद्र चंपालाल लोढ़ा, अभय नरेंद्र लोढ़ा, अश्विन नरेंद्र लोढा और नितिन गोलचा ने अज्ञात सरकारी सेवकों और अन्य लोगों के साथ मिलकर बैंक को 63 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाया है. बैंक की ओर से सीबीआई को दी शिकायत में कहा गया कि यह धोखाधड़ी साल 2014 से साल 2016 के बीच की गई.


आरोप के मुताबिक, कंपनी और उसके निदेशकों ने बैंकों से प्राप्त विभिन्न साख सुविधाओं ट्रेड क्रेडिट बैंक गारंटी आदि का दुरुपयोग किया. आरोप है कि बैंक को जो कार्य बताकर यह तमाम सुविधाएं ली गई वह कार्य उस पैसे के बदले नहीं किए गए, बल्कि पैसों का दुरुपयोग किया गया और इसके चलते बैंक को करोड़ों रुपये का चूना लगा. इसके बाद कंपनी ने बैंक के पैसे भी नहीं लौटाए, जिससे बैंक को इस बड़ी रकम की हानि हुई.


सूचना के आधार पर सीबीआई ने मामले की आरंभिक जांच की और जांच के दौरान तथ्य पाए जाने पर विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर पर छापेमारी की. यह छापेमारी आरोपियों के मुंबई, नागपुर एवं छत्तीसगढ़ स्थित परिसरों सहित नौ स्थानों पर की गई, जिसमें आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए. मामले में जांच जारी है.


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