CBI Raids at Sameer Wankhede Premises: सीबीआई ने मुंबई एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े समेत 4 अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है. आरोपीयों में एनसीबी के पूर्व सुपरिंटेंडेंट एनसीबी विश्वा विजय सिंह, तत्कालीन इंटेलिजेंस अधिकारी आशीष रंजन, केपी गोसावी, संविले डिसूजा (प्राइवेट पर्सन) और कई अज्ञात लोग सामिल है. जिनके खिलाफ सीबीआई ने प्रिवेंशन ऑफ करप्शन और आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज कर है. केपी गोसावी ही वह शख्स है जिसने आर्यन खान की फोटो वायरल की थी.
धमकी दी आरोप में फंसा दिया जाएगा
एनसीबी की विजिलेंस टीम ने जांच के बाद सीबीआई से इस मामले की जांच के लिए आग्रह किया था. जांच में सामने आया कि मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर और दूसरे आरोपियों ने केस नंबर 94/2021 जो एनसीबी ने दर्ज किया था उसको सेटल करने की एवज में तमाम तरह की रिश्वत की डिमांड की थी और कुछ पैसा रिश्वत के तौर पर लिया भी था.
आरोपों के मुताबिक, आर्यन खान मामले में एनसीबी को इन्फॉर्मेशन मिली थी कि एक प्राइवेट क्रूज शिप पर कुछ प्राइवेट लोग ड्रग्स कन्ज्यूम कर रहे हैं और उनके पास ड्रग्स है. आरोप है कि इस केस में इन सभी आरोपियों ने 25 करोड़ रुपये की उगाही गिरफ्तार आरोपियों से करने की कोशिश की और धमकी दी कि ऐसा न करने पर नारकोटिक्स बरामद होने के आरोप में फंसा दिया जाएगा.
29 ठिकानों पर किया गया रेड्स
इसके साथ ही टोकन एमाउंट के तौर पर 50 लाख रुपये ले भी लिए गए थे. इस केस को दर्ज कर सीबीआई ने आज समीर वानखेड़े और बाकी के आरोपियों के 29 ठिकानों, जिसमें मुंबई, दिल्ली, रांची, लखनऊ, चेन्नई, गुवाहाटी शामिल है, रेड्स कर तमाम संदिग्ध कागजात, कैश और आर्टिकल्स रिकवर करने का दावा किया है.
जल्द ही समीर वानखेड़े और दूसरे आरोपियों को सम्मन कर जांच में शामिल करने के आदेश सीबीआई की तरफ से दिए जा सकते हैं.
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