Delhi Excise Case: दिल्ली की शराब नीति में कथित भ्रष्टाचार को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के आवास पर सीबीआई (CBI) की छापेमारी के एक दिन बाद शनिवार को आप (AAP) और बीजेपी (BJP) नेताओं ने एक के बाद एक कई प्रेस वार्ता की. सबसे पहले मनीष सिसोदिया ने पीसी करके 3-4 दिनों में अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई. उन्होंने कहा कि, "हो सकता है कि अगले 3-4 दिनों में सीबीआई-ईडी मुझे गिरफ्तार कर ले. हम नहीं डरेंगे, आप हमें तोड़ नहीं पाएंगे, 2024 का चुनाव आप बनाम बीजेपी होगा."
सिसोदिया ने कहा कि, "अमेरिका के सबसे बड़े अखबार ने अपने पहले पन्ने पर दिल्ली के शिक्षा मॉडल को कवर किया. ये भारत के लिए गर्व की बात है. लगभग 1.5 साल पहले, उनके द्वारा खबर प्रकाशित की गई थी जिसमें गंगा के किनारे हजारों शवों का अंतिम संस्कार किया गया था, यह शर्मनाक था. सीबीआई अधिकारी कल मेरे आवास पर आए. उन्होंने शिक्षा मंत्रालय के उपमुख्यमंत्री कार्यालय पर भी छापा मारा. दोनों जगहों के सभी अधिकारी ने अच्छा व्यवहार किया. उन्हें आलाकमान के आदेशों का पालन करना था, लेकिन मैं उन्हें इतना अच्छा व्यवहार करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं."
"छापेमारी केवल अरविंद केजरीवाल को रोकने के लिए"
उन्होंने कहा कि, "आबकारी नीति जिसके कारण सारा विवाद खड़ा हुआ, वह देश की सर्वोत्तम नीति है. हम इसे पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ लागू कर रहे थे. अगर दिल्ली उपराज्यपाल ने इस नीति को विफल करने की साजिश रचकर अपना फैसला नहीं बदला होता, तो दिल्ली सरकार को हर साल कम से कम 10,000 करोड़ रुपये मिलते." बीजेपी पर निशाना साधते हुए सिसोदिया ने कहा कि, "उनका मुद्दा आबकारी घोटाला नहीं है. उनकी समस्या है अरविंद केजरीवाल. मेरे खिलाफ ये पूरी कार्रवाई और मेरे आवास व कार्यालय पर छापेमारी केवल अरविंद केजरीवाल को रोकने के लिए है. मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है. मैं सिर्फ अरविंद केजरीवाल का शिक्षा मंत्री हूं."
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने सरकार से पूछे सवाल
उपमुख्यमंत्री के बाद दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने पीसी की. उन्होंने कहा कि, "आबकारी नीति पर चर्चा के लिए विधानसभा का मानसून सत्र बुलाया जाए. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोगों को बताएं कि गैर-अनुरूप क्षेत्रों में शराब की दुकानें खोलने की अनुमति क्यों दी गई? उन्होंने कहा कि, "केजरीवाल सरकार ने गैर-अनुरूप क्षेत्रों में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी, जो दिल्ली के मास्टर प्लान-2021 का उल्लंघन है. पिछले साल 5 नवंबर को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया था. दिल्ली सरकार के पास ऐसा करने की कोई शक्ति नहीं है."
मानसून सत्र बुलाने की मांग की
सीएम केजरीवाल पर निशाना साधते हुए बिधूड़ी ने कहा कि, "सीएम ने कहा था कि नई आबकारी नीति से राजस्व में 10,000 करोड़ रुपये की वृद्धि होगी. जबकि शहर में शराब की बिक्री बढ़ गई है, इससे सरकार को राजस्व नहीं मिला है, ऐसा क्यों? हम चाहते हैं कि सरकार आबकारी नीति और विभिन्न विभागों जैसे डीटीसी (दिल्ली परिवहन निगम), पानी (दिल्ली जल बोर्ड), राशन (खाद्य आपूर्ति विभाग) आदि में सभी घोटालों पर चर्चा के लिए मानसून सत्र बुलाए."
अनुराग ठाकुर ने मनीष सिसोदिया पर किया कटाक्ष
इस मामले पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी शनिवार को पीसी की और मनीष सिसोदिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, "दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने अपना नाम बदलकर "मनीशश" कर लिया होगा क्योंकि वह पैसे लेने और इसके बारे में चुप रहने में अच्छे हैं. अनुराग ठाकुर ने कहा कि "मनीष जी, अगर आपकी शराब नीति सही थी, तो आपने इसे वापस क्यों लिया? यह 'चोर की दाड़ी में तिनका' जैसा है. शराब व्यवसायियों के लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर क्यों है? मैं अरविंद केजरीवाल को राष्ट्र के सामने और 24 घंटे के जवाब देने की चुनौती देता हूं." अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि, "मनीष सिसोदिया कथित शराब घोटाले में नंबर एक आरोपी हैं, अरविंद केजरीवाल इसके सरगना थे. आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने स्पष्ट रूप से दिखाया कि घोटाले के बाद उनके चेहरे का रंग कैसे चला गया. यहां तक कि वे किसी भी सवाल का जवाब भी नहीं दे पाए."
"अरविंद केजरीवाल हैं पीएम मोदी के टारगेट नंबर वन"
इसके बाद आप विधायक सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने पीसी कर अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, "पीसी में अनुराग ठाकुर का चेहरा तनाव में क्यों था? पीएम मोदी पहले सीबीआई (CBI) को गाली देते थे. अब प्रधानमंत्री दिन भर हमारे मंत्रियों के घरों पर छापे मरवा रहे हैं. बीजेपी वाले पीसी में पुरानी बात कर रहे हैं. उनको कहा गया है कि चाहे कुछ भी करो, कुछ ना कुछ ढूंढो और लाओ. हमारी सरकार को परेशान किया जा रहा है. प्रधानमंत्री के टारगेट नम्बर-1 अरविंद केजरीवाल हैं." बता दें कि, सीबीआई ने बीते दिन मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के आवास पर करीब 15 घंटों तक छापेमारी की थी. सीबीआई ने सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की थी.
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