केंद्रीय जांच ब्यूरो ने जीएसटी आसूचना विभाग गाजियाबाद में तैनात आसूचना अधिकारी मोहित धनकड़ के ठिकानों पर छापेमारी कर 28 लाख रुपए की नगदी बरामद की है. सीबीआई ने आधिकारिक तौर पर यह भी स्पष्ट किया है कि रविवार को छापेमारी के दौरान वरिष्ठ सूचना अधिकारी मोहित धनखड़ को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन उनकी मेडिकल हालत को देखते हुए गिरफ्तारी फिलहाल टाल दी गई है और उस बारे में डॉक्टरी सलाह ली जा रही है. डॉक्टरों की सलाह के बाद गिरफ्तारी की बाबत उचित निर्णय लिया जाएगा.


1 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक सीबीआई की दिल्ली भ्रष्टाचार निरोधक शाखा को शिकायतकर्ता ने सूचना दी थी कि उसके पिता की कंपनी की जीएसटी मामले में फेवर करने के बदले वरिष्ठ आसूचना अधिकारी ने एक निजी व्यक्ति राजेश शर्मा के जरिए एक करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी. इस बाबत 60 लाख रुपए की पहली किस्त लेते हुए सीबीआई ने निजी व्यक्ति समेत जीएसटी के वरिष्ठ इंटेलिजेंस अधिकारी मोहित धनकड़ को भी रविवार को गिरफ्तार करने की अधिकारिक सूचना दी थी.


आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी
सीबीआई के मुताबिक मोहित धनखड़ की मेडिकल स्थिति को देखते हुए उनकी गिरफ्तारी फिलहाल रोक दी गई है और इस बारे में डॉक्टरों से विचार विमर्श किया जा रहा है. सीबीआई का आधिकारिक तौर पर कहना है कि डॉक्टरों की सलाह के बाद इस बाबत उचित निर्णय लिया जाएगा. सीबीआई ने इस मामले में आरोपियों के दिल्ली हरियाणा और उत्तर प्रदेश स्थित पांच ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई का दावा है कि 28 लाख रुपए की नकद और अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए. सीबीआई के मुताबिक इस मामले में अब गिरफ्तार निजी व्यक्ति को सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया है इस मामले में अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच भी जारी है.


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