नई दिल्ली: बैंकों के समूह को लगभग 790 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोप में सीबीआई ने मोजर बियर कंपनी के निदेशकों समेत अज्ञात बैंक अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आज दिल्ली और नोएडा में सात स्थानों पर छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान अनेक दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद किए जाने का दावा किया गया है. इस कंपनी के निदेशक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के रिश्तेदार बताए जाते हैं.
सीबीआई के मुताबिक उसे पंजाब उसी पंजाब नेशनल बैंक ने एक शिकायत दी थी. शिकायत में बताया गया था कि मोजर बियर कंपनी के निदेशकों दीपक पुरी और रतुल पुरी ने अज्ञात बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर बैंकों के समूह के साथ धोखाधड़ी की और इस धोखाधड़ी के चलते बैंकों को जिसमें एसबीआई, एग्जिम बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा शामिल थे, को को 787.25 करोड रुपए का चूना लगाया.
आरोप लगाया गया है कि उक्त कंपनी ने इन बैंकों से जिस काम के लिए जो धनराशि ली थी उस काम में पैसा नहीं लगाया गया साथ ही बैंकों से लिया गया पैसा अन्य कंपनियों में ट्रांसफर किया गया. बैंक के कुछ अधिकारी भी इस षड्यंत्र में शामिल थे और इस कंपनी को तमाम नियम कानून ताक पर रखकर अनेक रख कर अनेक छूटे दी गई जिसके चलते यह घोटाला संभव हो सका.
फिलहाल सीबीआई ने आज रतुल पुरी और दीपक पुरी के ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक इस छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद हुए हैं. मामले की जांच अभी जारी है और जल्द ही इस मामले में रतुल पुरी और दीपक पुरी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
ध्यान रहे कि रतुल पुरी का नाम इसके पहले वीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाले में भी सामने आ चुका है और इस मामले में ईडी उसे गिरफ्तार भी कर चुकी है. रतुल पुरी कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के रिश्तेदार बताए जाते हैं. इसके पहले ईडी भी उनके ठिकानों पर छापेमारी कर चुका है.
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