Corruption Case Against Karti Chidambaram: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम नई मुसीबत में फंस गए हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2008 के एक मामले में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने गुरुवार (09 जनवरी, 2025) को ये जानकारी दी.
सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम, एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड (ASPL), उनके सहयोगी एस भास्कररमन और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. यह मामला विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (FIPB) से जुड़े एक कथित घोटाले की जांच से संबंधित है.
विदेशी फंडिक का शक
2018 में सीबीआई ने इस मामले में प्रारंभिक जांच शुरू की थी. जांच के दौरान यह पाया गया कि डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल्स ने "संदिग्ध तरीके से" एडवांटेज स्ट्रेटेजिक प्राइवेट लिमिटेड (ASPL) में धनराशि स्थानांतरित की थी.
पहले से विवादों में रही है ASPL
ASPL वही कंपनी है जो INX मीडिया मामले और चीनी कर्मचारियों को वीज़ा देने से जुड़े एक अन्य मामले में भी सीबीआई और ईडी की जांच के दायरे में रही है. इन मामलों में कथित रूप से अवैध लाभ के बदले वीज़ा दिए गए थे.
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति को वासन हेल्थ केयर, ब्रिटिश बहुराष्ट्रीय मादक पेय कंपनी डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल के साथ सह-आरोपी बनाया गया है. यह मामला 2008 में भारत में ड्यूटी-फ्री शराब की बिक्री के लिए डियाजियो स्कॉटलैंड पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने में कथित अनियमितताओं को लेकर दर्ज किया गया है.
एफआईआर में क्या कहा गया?
एफआईआर में कहा गया है, "जांच से पता चला है कि विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) ने जिन विभिन्न प्रस्तावों की जांच की, उनमें पाया गया कि डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल्स ने संदिग्ध तरीके से एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को धन हस्तांतरित किया, जो कार्ति पी चिदंबरम और उनके करीबी सहयोगी एस भास्कररमन की नियंत्रित एक इकाई है."
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