नई दिल्ली: बैंकों को 135 करोड़ रुपए का चूना लगाने के आरोप में सीबीआई ने आज फरीदाबाद के एस आर एस ग्रुप ऑफ कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. साथ ही सीबीआई ने दिल्ली, फरीदाबाद और बेंगलुरु में 19 जगहों पर छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने का दावा किया गया है.


सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ के मुताबिक जिन कंपनियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें एसआरएस रीयल इंफ्रा लिमिटेट और एसआरएस रीयल इस्टेट लिमिटेड के नाम शामिल हैं. एफआईआर में इन कंपनियों के निदेशकों अनिल जिंदल, राजेश सिंगला नानक चंद तायल, विशन बंसल, विनोद जिंदल और जितेंद्र कुमार के नाम शामिल हैं.


आरोप के मुताबिक इस कंपनी ने बैंकों से 135 करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन लिया इस लोन को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया. साथ ही जिस कार्य के लिए लोन लिया गया था आरोप है कि वह कार्य भी नहीं किया गया. यह भी आरोप है कि इस मामले में कुछ अज्ञात नौकरशाहों ने भी कंपनी और उनके निदेशकों की इस धोखाधड़ी में सहायता की. सीबीआई का दावा है कि आज जिन 19 जगहों पर छापे मारे गए वहां से छापेमारी के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं जिन से जांच में सहायता मिलेगी. जांच अभी जारी है.


राहुल गांधी का तंज, कहा- पीएम मोदी ने जो 'आर्थिक गड्ढा' खोदा उससे गरीबों को मनरेगा ही निकाल रहा है