CBI Action Bank Fraud Case: कथित बैंक धोखाधड़ी की जांच के सिलसिले में सीबीआई ने 35.99 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. सीबीआई ने इस मामले में 21.50 लाख रुपये की नकदी, 6.83 करोड़ रुपये से अधिक के डिमांड ड्राफ्ट और अन्य संपत्तियां जब्त की हैं. अधिकारियों ने मंगलवार (28 फरवरी) को यह जानकारी दी.
सीबीआई अधिकारी ने बताया कि स्टर्लिंग मोटर्स कंपनी यह कार्रवाई पंजाब एंड सिंध बैंक से की कई धोखाधड़ी के मामले पर की गई है और कंपनी की करोड़ों की संपत्ति जब्त की गई है. स्टर्लिंग मोटर्स कंपनी पर 2009 से 2018 तक की अवधि के दौरान कंपनी को बढ़ाने के लिए फर्जी दस्तावेजों के सहारे पंजाब एंड सिंध बैंक से लोन लिया था.
2009-18 के बीच गबन का आरोप
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा, "कंपनी ने कथित तौर पर 2009-18 के दौरान नए वाहनों, स्पेयर पार्ट्स, एक्सेसरीज और अन्य के लिए प्रमुख सुरक्षा के बदले 18 करोड़ रुपये की नकद ऋण सीमा और 22 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी का लाभ उठाया था." स्टर्लिंग मोटर्स कंपनी पर आरोप लगाया गया है कि धन को अन्य बैंकों में भेज दिया गया और बाद में इसका गबन किया गया.
आरोपियों के घर पर छापेमारी हुई
केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा, "31 मार्च 2018 को 35.99 करोड़ रुपये के बकाया के साथ खाते को गैर-निष्पादित संपत्ति (NPA) घोषित किया गया था." उन्होंने बताया, "आरोपी प्रोपराइटर तरुण कपूर और गारंटर पवन कपूर के परिसरों पर तलाशी के दौरान सीबीआई ने 21.50 लाख रुपये नकद, पांच सोने की घड़ियां, आठ सोने की गिन्नियां और 6.83 करोड़ रुपये के 14 डिमांड ड्राफ्ट बरामद किए."
बैंक धोखाधड़ी में पहले भी हुई थी कार्रवाई
इससे पहले CBI ने 23 फरवरी और 24 फरवरी को 109.17 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में कई स्थानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में सीबीआई ने अलग-अलग स्थानों से कई आभूषण, एफड़ी, संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए थे. इस दौरान करीब 80.30 लाख रुपये नकद, 8.84 करोड़ रुपये की एफडी, 35 लाख रुपये की सोने की पट्टियां और सिक्के बरामद किए गए थे. वहीं इस छापेमारी में 38.86 करोड़ रुपये की कई संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज और भारी मात्रा में सोने एवं हीरे के आभूषणों बरामद किए थे.
ये भी पढ़ें-Governor Vs AAP: 'राज्यपाल को कैबिनेट की सलाह पर विधानसभा सत्र बुलाना चाहिए', पंजाब सरकार को SC से राहत