NEET Paper Leak Row: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने टेकओवर किए सभी केस, बिहार-गुजरात-राजस्थान की पुलिस से ली फाइल
NEET Paper Leak Row: सीबीआई ने सभी केस की फाइल लोकल पुलिस से लेकर जांच शुरू कर दी है. इन पांचों मामलों में मुख्य एग्जाम लीक कॉन्सपिरेसी मॉड्यूल केस बिहार का है.
NEET Paper Leak Row: शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने एफआईआर दर्ज कर नीट पेपर लीक मामले की जांच शुरू कर दी है. इस बीच सोमवार (24 जून) को सीबीआई ने बिहार, गुजरात और राजस्थान के नीट पेपर लीक से जुड़े सभी मामलों को टेकओवर कर लिया है.
सीबीआई ने सभी केस की फाइल लोकल पुलिस से लेकर जांच शुरू कर दी है. इन पांचों मामलों में मुख्य एग्जाम लीक कॉन्सपिरेसी मॉड्यूल केस बिहार का है. गुजरात और राजस्थान के जो केस हैं, वो कैंडिडेट की जगह किसी और को एग्जाम दिलवाने या चीटिंग कराने के मामले हैं. सभी केस की जांच अब सीबीआई करेगी.
किन धाराओं में दर्ज की एफआईआर?
नीट पेपर लीक मामले में शिक्षा मंत्रालय की शिकायत के बाद सीबीआई ने रेगुलर केस दर्ज किया है. सीबीआई ने आईपीसी की धारा 420 धोखाधड़ी, 406 यानी अमानत में खयानत और 120बी यानी साजिश करने की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है.
गुजरात में 27 उम्मीदवारों से आरोपियों ने वसूले लाखों रुपये
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की एक टीम पांच मई को हुई राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए सोमवार को गुजरात के पंचमहल जिले में स्थित गोधरा शहर पहुंची. गोधरा पुलिस ने 27 उम्मीदवारों से 10-10 लाख रुपये लेकर नीट-यूजी उत्तीर्ण कराने में उनकी मदद करने की कथित कोशिश के लिए आठ मई को आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया था.
नीट पेपर लीक मामले पर देशभर में बवाल
प्रश्नपत्र लीक के दावों की जांच को लेकर छात्रों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और मुकदमेबाजी जारी है. देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा नीट-यूजी का आयोजन किया जाता है.
गुजरात पुलिस ने नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के मामले में अब तक गोधरा के एक स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. नौ मई को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए पांच मई को आयोजित नीट-यूजी के केंद्र के रूप में नामित गोधरा के स्कूल में सक्रिय गिरोह का खुलासा तब हुआ जब जिलाधिकारी को सूचना मिली कि कुछ लोग कदाचार में शामिल थे.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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