CBI Vs CBI: सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के फैसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार के आदेश को रद्द करते हुए करारा झटका दिया है. कोर्ट के इस फैसले के बाद विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि मोदी सरकार ने सभी संस्थानों और लोकतंत्र को तबाह कर दिया है.


कोर्ट के फैसले के बाद प्रशांत भूषण ने कहा, ''आलोक वर्मा को बहाल कर दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नियुक्ति समिति (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्षी दल के नेता और चीफ जस्टिस ऑफ सुप्रीम कोर्ट) एक सप्ताह के भीतर उनके नीतिगत कामों पर फैसला लें.''


कोर्ट के फैसले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला किया है. उन्होंने कहा, ''सुप्रीम कोर्ट की ओर से आलोक वर्मा को दोबारा नियुक्त किया जाना पीएम के लिए कलंक है. मोदी सरकार ने सभी संस्थानों और लोकतंत्र को तबाह कर दिया है. क्या सीबीआई डायरेक्टर को इसलिए हटाया गया था ताकि आलोक वर्मा को राफेल मामले में पीएम के खिलाफ जांच से रोका जा सके?''


इस मुद्दे पर कांग्रेस के तेवर भी सख्त हैं. उसने कहा, ''आलोक वर्मा को गैरकानूनी ढ़ंग से सीबीआई डायरेक्टर पद से हटाया गया था. अब उनकी नियुक्ति हुई है. हम अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं.''


क्या है मामला
सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद सरकार ने 23 अक्टूबर को दोनों को छुट्टी पर भेज दिया था. सरकार के इस इस फैसले को अलग-अलग याचिकाओं के जरिए सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी.


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