BJP का ममता से सवाल- क्या भ्रष्टाचार की जांच करना गुनाह है? ममता बोलीं- जान दे देंगे समझौता नहीं करेंगे
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगा दिया और धरने पर बैठ गई.
नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल के चिटफंड घोटाला मामले में बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सीधा सवाल किया है. बीजेपी ने ममता बनर्जी से पूछा है कि क्या भ्रष्टाचार की जांच करना गुनाह है? बीजेपी ने कहा है कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार कोई ‘राज’ जानते हैं जिसके कारण उनके लिए ममता बनर्जी धरने पर बैठी हैं. वहीं ममता बनर्जी ने कहा है कि वह अपना धरना जारी रखेंगी. उन्होंने कहा है कि वह जान दे देंगी लेकिन किसी से समझौता नहीं करेंगी.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज किया है कि सीबीआई का दुरूपयोग किया गया है और मोदी सरकार संघीय ढांचे के खिलाफ काम कर रही है. उन्होंने कहा, ‘’इस घटना को भ्रष्टों को बचाने की ढाल के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए और जांच एजेंसी ने कानून सम्मत ढंग से काम किया.’’
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2014 में राहुल गांधी ममता के खिलाफ थे- बीजेपी
सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता पर चुटकी लेते हुए रविशंकर ने कहा, ‘’यह भ्रष्ट लोगों का गठबंधन है और इसके सिपाही बिहार से उत्तर प्रदेश तक कथित भ्रष्टाचार की जांच का सामना कर रहे हैं और इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘’साल 2014 में कांग्रेस ने राहुल गांधी का बयान ट्वीट किया था जिसमें कहा गया था कि पश्चिम बंगाल में चिटफंड घोटाला मामले में 20 लाख लोगों को धन का नुकसान हुआ. हमने 26 मई 2014 को शपथ ली, ऐसे में इन घोटालों की जांच शुरू हो चुकी थी.’’
सीबीआई और राज्य पुलिस में टकराव से उत्पन्न स्थिति को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा, ‘’एक पुलिस कमिश्नर राजनीतिक नेताओं के साथ धरने पर बैठा है. इसका क्या अर्थ है? इस तरह से ममता बनर्जी धरने पर बैठकर अरविंद केजरीवाल का अनुसरण कर रही हैं.’’ रविशंकर ने जोर दिया कि आयुक्त स्तर के लोक सेवक का धरने पर बैठना अभूतपूर्व है.
देश, संविधान बचाने के लिए जारी रखूंगी सत्याग्रह- ममता
ममता बनर्जी ने कहा है कि देश और संविधान को जब तक बचा नहीं लिया जाता उनका ‘‘सत्याग्रह’’ जारी रहेगा. उन्होंने कहा, ‘’वह विधानसभा नहीं जाएंगी, जहां सोमवार को वित्त मंत्री अमित मित्रा राज्य का बजट पेश करेंगे. बनर्जी ने दावा किया था कि सीबीआई कुमार के दरवाजे पर बिना तलाशी वारंट के पहुंची. बनर्जी ने आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी विरोधी गठबंधन तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उस हर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहते हैं, जहां विपक्ष सत्ता में है.
सीबीआई के खिलाफ प्रदर्शन गैर राजनीतिक- ममता
ममता बनर्जी ने कहा है कि उनका प्रदर्शन ‘‘गैर राजनीतिक’’ है और देश के विभिन्न हिस्सों से उनको समर्थन मिल रहा है. धरने को मिल रहे समर्थन का स्वागत करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘ यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है. लेकिन सभी राजनीतिक दल प्रदर्शन में हमारा साथ दे सकते हैं.’’
बनर्जी ने कहा कि आंध्र प्रदेश में उनके समकक्ष चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उन्हें फोन कर प्रदर्शन के प्रति एकजुटता जाहिर की है.
फटाफट जानें अबतक क्या हुआ?
बता दें कि 3 फरवरी को सीबीआई ने चिटफंड घोटालों के सिलसिले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार से पूछताछ की कोशिश की थी. जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने सीबीआई अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया था. मामला इतना बढ़ा की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बीच जबर्दस्त टकराव की स्थिति पैदा हो गई. ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगा दिया और धरने पर बैठ गई. अगले दिन 4 फरवरी को सीबीआई सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई.
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