नई दिल्ली: सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षा को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज एक हाइलेवल बैठक हुई. बैठक में सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों ने कहा कि परीक्षा होनी चाहिए, हालांकि दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पहले छात्रों का वैक्सीनेशन हो, उसके बाद परीक्षा हो.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि 12वीं कक्षा के 95 प्रतिशत छात्र 17.5 साल से अधिक की आयु के हैं, केंद्र को विशेषज्ञों से बात करनी चाहिए कि क्या उन्हें कोविशील्ड, कोवैक्सीन टीका लगाया जा सकता है. उन्होंने केंद्र से कहा कि छात्रों को टीका लगाने से पहले 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं कराना बहुत बड़ी गलती साबित होगी.
मनीष सिसोदिया ने बैठक में कहा कि केंद्र सरकार को को 12वीं कक्षा के छात्रों के टीकाकरण के संबंध में फाइजर से बात करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा हमारी ज़िम्मेदारी है.
राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर के अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव समेत कई अधिकारी शामिल हुए थे.
राजनाथ सिंह ने दो दिन में लिखित में मांगा राज्यों से जवाब
बैठक में राजनाथ सिंह ने परीक्षा कराए जाने को लेकर सभी राज्यों से लिखित में जवाब मांगा है. राज्यों के शिक्षा मंत्रियों को दो दिन के अंदर लिखित में जवाब भेजना होगा. सभी राज्यों से जवाब मिलने के बाद 30 मई को बैठक के बाद आखिरी फैसला लिया जाएगा.
इस कैसे हो सकते हैं एग्जाम
सूत्रों ने बताया कि 12वीं की परीक्षा अब्जेक्टिव टाइप पेपर के जरिए होगी. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली को छोड़कर सभी राज्य 12वीं की परीक्षा के लिए तैयार दिखे. सूत्रों ने बताया कि परीक्षा होम सेंटर पर ही आयोजित की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि पासवर्ड प्रटेक्टेड ई-पेपर सेंटर पर भेजा जाएगा. बैठक में सीबीएसई ने कहा कि वो जून के आख़िरी हफ़्ते में परीक्षा करवा सकते हैं.