CBSE 12th Result: डीटीसी बस ड्राइवर के बेटे ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में किया टॉप, सिसोदिया ने दी बधाई
डीटीसी बस ड्राइवर के बेटे प्रिंस कुमार ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में सीबीएसई की 12 वीं की परीक्षा में टॉप किया है. प्रिंस साइंस स्ट्रीम से थे.
नई दिल्ली: डीटीसी बस ड्राइवर के बेटे प्रिंस कुमार ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में सीबीएसई की 12 वीं की परीक्षा में टॉप किया है. प्रिंस साइंस स्ट्रीम से थे. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कुमार को बधाई दी और कहा कि यह उनके लिए बहुत गर्व का मौका है.
सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ‘‘बहुत गर्व का पल. दिल्ली सरकार के स्कूलों में साइंस स्ट्रीम के टॉपर प्रिंस कुमार को बधाई. डीटीसी बस चालक के बेटे ने 97 प्रतिशत अंक हासिल किया है. उसने गणित में 100, अर्थशास्त्र में 99 और रसायन शास्त्र में 98 अंक प्राप्त किए हैं.’’
Very proud moment, just congratulated Prince Kumar,topper of Delhi Govt school, Science stream in Class 12, Son of a DTC bus driver has got 97% with 100/100 in Maths, 99/100 Eco, 98/100 in Chemistry #DelhiEducationRevolution pic.twitter.com/IeaxhNpX9m
— Manish Sisodia (@msisodia) May 26, 2018
सिसोदिया ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के कॉमर्स स्ट्रीम में पहले स्थान पर आने वाली प्राची प्रकाश को भी बधाई दी. प्राची के पिता एक छोटी मोटी निजी कंपनी में काम करते हैं. उन्होंने आर्ट्स स्ट्रीम में पहले स्थान प्राप्त करने वाली चित्रा कौशिक से भी बात की. चित्रा दिल्ली पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक की बेटी हैं.
बता दें कि 5 मार्च से 27 अप्रैल 2018 तक सीबीएसई 12वीं के बोर्ड एग्जाम हुए थे. इस बार 83.01 प्रतिशत स्टूडेंट्स उत्तीर्ण हुए हैं वहीं पिछली बार 82.02 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए थे. इस बार 11 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था. लड़कों के मुकाबले लड़कियों का पास प्रतिशत ज्यादा है. जहां 88.31 प्रतिशत लड़कियां पास हुई हैं तो वहीं 78.99 प्रतिशत लड़के एग्जाम पास कर पाए हैं.
इस बार के रिजल्ट में खास बात ये है कि सरकारी स्कूल के ज्यादा बच्चे पास हुए हैं. सरकारी स्कूलों के 84.39 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं तो वहीं प्राइवेट स्कूल्स के छात्रों का पास प्रतिशत 82.50 है. अगर क्षेत्रवार देखें तो सबसे ज्यादा तिवेन्द्रम क्षेत्र के बच्चे पास हुए हैं. यहां के स्टूडेंट्स का पास परसेंटेज 97.32 है. इसके बाद दूसरे नंबर पर चेन्नई है और तीसरे नंबर दिल्ली है. दिल्ली के 89 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं.