नई दिल्ली: सीबीएसई 10वीं परीक्षा के परिणामों की घोषणा की जा चुकी है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्तारूढ़ अरविंद केजरीवाल की सरकार शिक्षा में सुधार के तमाम वादे कर रही है. वहीं कांग्रेस का दावा है कि स्कूलों का इतना खराब प्रदर्शन पिछले 10 सालों में कभी नहीं रहा. इस बीच रिजल्ट खराब आने के बाद दिल्ली के तीन छात्रों ने आत्महत्या कर ली है. पुलिस ने बताया कि ये मामले राष्ट्रीय राजधानी के ककरोला, द्वारका और वसंत कुंज इलाके के हैं.


अजय माकन का क्या है दावा?
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, ''इससे पहले कि सरकारी तनख्वाह लेकर बैठे AAP के कार्यकर्ता अखबारों में कुछ प्लांट करें- यह आंकड़ें देख लें- पिछले 10 वर्षों का दिल्ली में सबसे खराब रिजल्ट! दिल्ली में पास होने वाले छात्रों का प्रतिशत, राष्ट्रीय औसत से भी 8.02प्रतिशत कम.''




माकन ने कहा, ''2013-14 में कांग्रेस के समय, 10वीं में 99.81प्रतिशत बच्चे पास हुए! इस साल, पिछले 10 सालों का दिल्ली में सबसे खराब रिजल्ट! दिल्ली में पास होने वाले छात्रों का प्रतिशत, राष्ट्रीय औसत से भी 8.08प्रतिशत कम. इसका भी क्रेडिट ले लीजिये ना! 10वीं कक्षा रिजल्ट पास प्रतिषत- तिरुवनन्तपुरम- 99.60 प्रतिशत, चेन्नई- 97.37प्रतिशत, अजमेर- 91.86 प्रतिशत, ऑल इंडिया- 86.70 प्रतिशत, दिल्ली- 78.62प्रतिशत''




उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस के शासनकाल की परीक्षा परिणामों को देख लें और आज का परिणाम देखें. अगर पहले की सरकार का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा, नहीं तो वह छोड़ दें.

वहीं खराब परीक्षा परिणाम पर बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया खराब परिणाम पर सिर्फ बहाने ढूंढ रहे हैं और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सांप सूंघ गया है।

सिसोदिया ने दी बधाई
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर पास करने वाले छात्रों को बधाई दी. उन्होंने दिल्ली के स्कूल टीचर की तारीफ करते हुए कहा कि आप लोगों ने मेहनत कर प्री-बोर्ड (30%) और बोर्ड (70%) तक पहुंचाया। उन्होंने पूरी शिक्षा विभाग की भी तारीफ की.

10वीं की परीक्षा में खराब अंक आने से तीन छात्रों ने की आत्महत्या