सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई और सीआईसीएसई परीक्षाओं को लेकर दायर याचिका पर आज सुनवाई की है. सुनवाई के दौरान न्यायधीओं, न्यायमूर्ति एं. एम. खानविल्कर और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की खंडपीठ ने कहा कि दोनों की बोर्ड के क्राइटेरिया एक जैसे होने चाहिए साथ ही रिजल्ट की भी घोषणा साथ ही होनी चाहिए.
बता दें, शीर्ष अदालत के अदालन ने सीबीएसई और सीआईएससीई के पेश किया हुआ क्राइटेरिया को स्वीकार कर लिया गया था लेकिन कुछ बातों के स्पष्टीकरण करने की मांग की गई थी.
कंपार्टमेंटल परीक्षाओं को रद्द करने की मांग पर हुई सुनवाई
इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट आज कंपार्टमेंटल परीक्षाओं को रद्द करने की मांग करने वाले 1,150 से अधिक छात्रों द्वारा दायर याचिका पर भी सुनवाई की गई. साथ ही अन्य राज्यों की कक्षा 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं के मामलों पर भी सुनवाई की गई. वहीं, राज्यों के काउंसिल द्वारा अपने राज्य की परीक्षाओं को रद्द करने की स्थिति के बारे में खंडपीठ को बताया. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इसके बाद सुनवाई को कल तक के लिए टाल दी है.
17 जून को की थी सुनवाई
बता दें, आज सुबह 11 बजे केंद्रीय बोर्डों - सीबीएसई और सीआईसीएसई द्वारा कक्षा 12 की रद्द बोर्ड परीक्षाओं को लेकर ईवैल्यूएशन के लिए पेश किये गये क्राइटेरिया पर सुनवाई हुई. माना जा रहा था कि शीर्ष अदालत द्वारा सीबीएसई और सीआईएससीई ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया पर अंतिम फैसला सुनाया जा सकता है. बता दें, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 17 जून को की थी. वहीं, आज सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षाओं को लेकर 1152 स्टूडेंट्स द्वारा दायर एक अन्य याचिका पर भी सुनवाई भी की गई.
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