नई दिल्ली: सीबीएसई ने सर्कुलर जारी कर देश भर के सीबीएसई स्कूलों से जानकारी मांगी है कि कोविड के दौरान शिक्षण, पठन पाठन, सामाजिक भावना पर क्या असर पड़ा है. ये जानकारी इसलिए मांगी गई है कि बच्चों को लॉकडाउन के दौरान दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा का क्या असर पड़ा है और इसे कैसे और बेहतर किया जा सकता है.


दरअसल, ये निर्णय इसलिए किया गया है क्योंकि हाल में कई मामले सामने आये हैं जिसमे कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान छोटे बच्चों पर ऑनलाइन क्लास का दबाव हैं. इससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है.


सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है


गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक के बाद 12वीं की परीक्षा कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते नहीं कराने का फैसला किया. इस बैठक के दौरान विभिन्न राज्य सरकारों और अन्य लोगों की राय के बाद यह फैसला लिया गया. कई राज्यों सरकारों की तरफ से लगातार यह मांग की जा रही थी कि कोरोना के चलते छात्रों की जान को संकट में ना डाला जाए. इसके लिए बजाय फिजिकल तौर पर परीक्षा लेने के कोई वैकल्पिक कदम उठाया जाए.


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