भोपाल: कोविड-19 के खिलाफ लड़ते हुए एक साल से ज्यादा हो गया है. लेकिन आज भी वायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. इस बीच देश के कई हिस्सों से ऐसी कई दर्दनाक कहानी सामने आती हैं जो दिल को झकझोर देती हैं. अब मध्य प्रदेश के शिवपुरी से एक ऐसी ही खबर आई है. परिजनों का आरोप है कि मंगलवार रात कोविड वार्ड में भर्ती शिक्षक सुरेंद्र शर्मा को लगे ऑक्सीजन सपोर्ट को वार्ड बॉय ने हटाकर दूसरे मरीज को लगा दिया, जिससे शिक्षक की सांस रुकने से मौत हो गई. उनके बेटे दीपक शर्मा मंगलवार रात 11 बजे तक पिता के साथ थे, अगले दिन सुबह अस्पताल से फोन आने पर वो वहां पहुंचे.


उन्होंने बताया, 2-3 दिन से पापा की स्थिति अच्छी थी, वे ठीक से खाना खा रहे थे, पानी पी रहे थे. रात में किसी ने ऑक्सीजन हटा दी. वे तड़पते रहे. सुबह फोन आया. मैं दौड़ते हुए  अस्पताल गया. मैंने डॉक्टर-नर्सों से बोला ऑक्सीजन लगा दीजिए लेकिन उन्होंने नहीं लगाया. 10-15 मिनट में उनकी मृत्यु हो गई. 


सामने से गार्ड आया और चला गया 
परिजनों का आरोप है कि उनके हंगामा करने पर अस्पताल ने CCTV फुटेज दिया जिसमें साफ दिख रहा है कि एक युवक मरीज को लगा ऑक्सीजन सपोर्ट हटा रहा है. सामने से कोई गार्ड भी आया फिर दोनों चले गए. फिलहाल प्रशासन ने इस मामले में चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ अनंत कुमार राखोड़े की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय दल का गठन किया है जो 48 घंटे में पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगा.


जांच के बाद होगी कार्रवाई 
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्जुन लाल शर्मा ने कहा, 'जहां तक जिला चिकित्सालय का सवाल है हमारे पास 76 ऑक्सीजन, 30 बेड की आईसीयू 13 एसएनएफयू मशीन है, जिसमें कल 4 का इस्तेमाल हुआ. शेष रिजर्व में रखे हैं. मरीज पहले से डायलिसिस करवा रहे थे और उनका हीमोग्लोबीन भी कम हुआ था. शीघ्र सीसीटीवी फुटेज देखकर जांच पूरी की जाएगी. यदि किसी ने अपराध किया है तो दंड दिया जाएगा.


मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से अब हालात बिगड़ने लगे हैं. बुधवार को राज्य में कोविड-19 संक्रमण के 9,720 नए मरीज मिलने के साथ स्थिति भयावह होती जा रही है. बुधवार को 51 लोगों की मौत भी हुई. शिवपुरी में पिछले 24 घंटों में 102 नये मामले आए हैं, 3 लोगों की मौत हुई है.


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