क्यों क्रैश हुआ था CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर? जांच रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
CDS General Bipin Rawat Helicopter Crash Enquiry: जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में सीएफआईटी यानी 'कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन' को क्रैश का बड़ा कारण माना गया है.
CDS General Bipin Rawat Helicopter Crash Enquiry Report: सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) की जांच पूरी हो गई है और एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने अपनी रिपोर्ट वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी को सौंप दी है. जानकारी के मुताबिक, खराब मौसम को जांच रिपोर्ट में सीडीएस के हेलिकॉप्टर क्रैश का बड़ा कारण माना गया है. सूत्रों के मुताबिक, ये एक 'आंतरिक रिपोर्ट' है इसलिए हो सकता है कि सार्वजनिक ना की जाए. बुधवार की सुबह खुद वायुसेना प्रमुख और एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जांच रिपोर्ट की बारे में पूरी जानकारी दी थी.
वायुसेना और रक्षा मंत्रालय की तरफ से जांच रिपोर्ट को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है, लेकिन एबीपी न्यूज को मिली जानकारी के मुताबिक, खराब मौसम के चलते सीडीएस का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था. क्रैश हुए हेलिकॉप्टर में कोई तकनीकी खराबी नहीं थी और ना ही मानवीय कारणों से ये दुर्घटना हुई. ना ही किसी तरह का कोई 'साबोटाज' था.
जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में सीएफआईटी यानी 'कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन' को क्रैश का बड़ा कारण माना गया है. यानी लैंडिंग से पहले हेलिकॉप्टर के ठीक सामने 'क्लाउड' यानी बादलों का एक बड़ा गुबार आने से हेलिकॉप्टर जमीन से जा टकराया होगा.
वायुसेना की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ही सीडीएस के हेलिकॉप्टर क्रैश के कारणों कई जांच के लिए बनाई गई ट्राइ-सर्विस कमेटी के प्रमुख हैं. इस कमेटी में थलसेना और नौसेना की एविएशन विंग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं.
जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड किए हैं. साथ ही उन स्थानीयों लोगों से भी बातचीत की है जो इस दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे. उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई है, जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था. क्रैश हुए हेलिकॉप्टर का एफडीआर यानी फ्लाईट डेटा रिकॉर्डर यानी ब्लैक-बॉक्स भी घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था, उसे भी जांच का हिस्सा बनाया गया है.
रिपोर्ट में 8 दिसम्बर 2021 को सीडीएस जनरल बिपिन रावत के तमिलनाडु के सूलुर एयरबेस से हेलिकॉप्टर में सवार होने और फिर वेलिंगटन के करीब क्रैश होने तक की पूरी डिटेल जानकारी दी गई है. साथ ही रिपोर्ट में वीवीआईपी फ्लाइंग के प्रोटोकॉल में बदलाव किए जाने के सुझाव भी दिए गए हैं. माना जा रहा है कि वीवीआईपी उड़ान से जुड़े प्रोटोकॉल में जल्द बदलाव किया जाएगा. देश के वीवीआईपी फ्लाइंग की जिम्मेदारी वायुसेना के पायलट्स के कंधों पर है.
इससे पहले बुधवार की सुबह करीब 11 बजे वायुसेना प्रमुख और एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के राजधानी दिल्ली के अकबर रोड स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे और जांच रिपोर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इस दौरान रक्षा सचिव अजय कुमार भी राजनाथ सिंह के आवास पर मौजूद रहे.
8 दिसम्बर 2021 को सीडीएस जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस से वायुसेना के मी-17वी5 हेलिकॉप्टर से ऊटी के करीब वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. उसी दौरान उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 14 लोग सवार थे. दुर्घटना में सीडीएस सहित सभी 14 लोगों की मौत हो गई थी. क्रैश के बाद लगातार सवाल उठ रहे थे कि आखिर वायुसेना का 'मी-17वी5' हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ तो हुआ कैसे?
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