नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे सीज़फायर उल्लघंन की डिप्टी सीएम कवींद्र गुप्ता ने कड़ी आलोचना की है. कवींद्र गुप्ता ने कहा कि सीज़फायर कुछ नहीं होता हम इसे नहीं मानते, सीज़फाय़र कभी एकतरफा नहीं होता.


पाकिस्तान की ओर से सीज़फायर उल्लंघन पर कवींद्र गुप्ता ने नारागजी जाहिर की. गुप्ता ने कहा, ''पाकिस्तान एक कायर देश है जिस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता. हम पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रहे सीज़फायर उल्लंघन की निंदा करते हैं. हमने कहा है कि हम गोली नहीं चलाएंगे लेकिन उनकी ओर से गोली चलती है तो मुंहतोड़ जवाब देंगे.'' उन्होंने कहा कि हमारे जवान इस स्थित को संभालने में सक्षम हैं तो पाकिस्तान को जवाब दे रहे हैं.


ना'पाक' फायरिंग में आज शहीद हुए दो जवान
पाकिस्तान ने आज सुबह एक बार फिर बगैर किसी उकसावे के इंटरनेशनल बॉर्डर (आईबी) पर गोलीबारी की. इस गोलीबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान एएसआई सत्य नारायण यादव और कॉन्स्टेबल विजय कुमार पांडेय शहीद हो गए और 10 अन्य नागरिक घायल हो गए. शहीद दोनों बीएसएफ के जवान उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. सत्य नारायण यादव देवरिया के रहने वाले हैं और वह 1987 से बीएसएफ में थे. वहीं विजय कुमार ने 2012 में बीएसएफ ज्वाइन किया था और वह फतेहपुर के रहने वाले थे.


भारत ने पाकिस्तान को दिया मुंहतोड़ जवाब
पाकिस्तान की इस हरकत का भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है. सेना ने पाकिस्तान की कई पोस्ट को जबाह कर दिया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने अखनूर और परगवाल इलाके में सुबह भारी गोलीबारी की इसी दौरान दो जवानों की मौत हो गई.


पाकिस्तान की वादाखिलाफी
पाकिस्तान ने ऐसे समय में गोलीबारी की है जब वह पिछले दिनों सीजफायर को लागू करने पर सहमत हुआ था. दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीजीएमओ) ने जम्मू-कश्मीर में एलओसी और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति सुनिश्चित करने के प्रयास में संघर्ष विराम समझौते को पूरी तरह लागू करने पर 29 मई को सहमति जताई थी. बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'पाकिस्तान ने 2003 के समझौते का ‘अक्षरशः’ पालन करने पर सहमत होने के बावजूद जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया.'


सीज़फायर उल्लंघन: इस साल सबसे ज्यादा 23 जवान शहीद
पाकिस्तान ने इस साल कम से कम 46 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है. मोदी सरकार के कार्यकाल में इस साल सबसे ज्यादा 23 जवान शहीद हो चुके हैं. पिछले महीने सीमा पर पाकिस्तान ने ग्रामीणों को निशाना बनाया था. जिसकी वजह से सीमावर्ती इलाकों से हजारों लोगों को पलायन करना पड़ा.