दिल्ली: केंद्र ने आज महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक को कोरोना के ट्रांसमिशन चैन को तोड़ने के लिए और कोरोना की रोकथाम के लिए आक्रामक उपायों पर ध्यान देने की सलाह दी है. साथ ही सुनिश्चित करने के लिए कहा है मृत्यु दर को 1% से कम रखने की कोशिश की जाए.


राज्यों को सलाह दी गई है की वो ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करें, बेहतर क्लीनिकल मैनेजमेंट सुनिश्चित करें ताकि मृत्यु दर कम हो और विभिन्न स्तरों पर कुशल निगरानी के साथ जीवन को बचाया जा सके. पिछले 24 घंटे में भारत में सामने आए कुल एक्टिव केस का 46% केस इन तीन राज्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से है. अकेले महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 22% एक्टिव केस सामने आए है.


इस तरह पिछले 24 घंटे में हुई कोरोना से हुई कुल मौतों में 52% मौत इन राज्यों में हुई है. यहां भी पिछले 24 घंटे में रिपोर्ट हुई कोरोना संक्रमण से मौत में अकेले महाराष्ट्र में 35% रिपोर्ट हुई है. इन राज्यों में कुछ जिलों में लगातार केस समाने आ रहे है वहीं मृत्यु दर भी काफी ज्यादा है.


महाराष्ट्र में पुणे, नागपुर, कोल्हापुर, सांगली, नाशिक, अहमदनगर, रायगढ़, जलगांव, सोलापुर, सतारा और पालघर. आंध्र प्रदेश में प्रकाशम और चित्तूर जिले ज्यादा कोरोना के मामले है. कर्नाटक में कोप्पल, मैसुरू, दवनगीरी और बेल्लारी.


इन राज्यों को सलाह दी गई है कि


- जल्द से जल्द प्रभावी नियंत्रण और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करें


- ज्यादा से ज्यादा आरटी - पीसीआर और एंटीजन टेस्ट करें


- दैनिक वार मौतों की निगरानी रखें


- ​​अस्पताल की सुविधाओं को मजबूत करें, आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाए


- बेहतर क्लिंकल मैनेजमेंट करें


- डोर तो डोर केस सर्च करें


- कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा ध्यान दें


भारत में कुल एक्टिव केस में से सबसे ज्यादा एक्टिव केस यानी जिन का इलाज चल रहा है वह महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में है. महाराष्ट्र में 24.97%, आंध्र प्रदेश में 12.06% और कर्नाटक में 11.71% यानी कुल 48.74% एक्टिव केस जिनका इलाज चल रहा है वो इन राज्यों में है. वहीं संक्रमण से मौत बात करें तो सबसे ज्यादा मौत महाराष्ट्र में हुई है. भारत में हुई कुल मौत में 37.33% महाराष्ट्र में है, जबकि कर्नाटक में 8.87% और आंध्र प्रदेश में 6.15% मौत हुई है.


शुक्रवार को भी केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव में पांच राज्यों स्वास्थ्य सचिव और 15 ऐसे जिलों के अधिकारी और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी जहां केस ज्यादा सामने आ रहे है.


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