दिल्ली में कोरोना की रोकथाम के लिए केंद्र ने तेज किए प्रयास, मास्क से लेकर टेस्ट किट्स और बेड्स की उपलब्धता बढ़ाई
दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए NCDC ने एक नया ;'कोविड रिस्पॉन्स प्लान' भी तैयार किया है जबकि केंद्र की ओर से दिल्ली को रैपिड टेस्ट किट्स, PPE किट्स, N95 मास्क जैसे साधन उपलब्ध कराए हैं.
नई दिल्लीः कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को थामने के लिए केंद्र सरकार हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की मदद कर रही है. इसी कड़ी में केंद्र सरकार कोरोना की रोकथाम में दिल्ली सरकार की मदद भी कर रही है. आईसीएमआर यानी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने अब तक दिल्ली में 12 लैब को 4.7 लाख आरटी-पीसीआर टेस्टिंग किट दी है. वहीं इस टेस्टिंग के लिए जरूरी 1.57लाख आरएनए एक्सट्रैक्शन किट और 2.84 लाख वीटीएम (वायरल ट्रांसपोर्ट माध्यम) और कोविड-19 सैंपल कलेक्शन के लिए स्वैब दिए है.
दिल्ली को मिले रैपिड टेस्टिंग किट्स
अचानक बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए, ICMR ने एंटीजन बेस्ड रैपिड टेस्टिंग को भी मंजूरी दी है और कोरोना की रोकथाम के प्रयासों का समर्थन करने के लिए दिल्ली सरकार को 50,000 ऐसे एंटीजन रैपिड टेस्ट किट की आपूर्ति की है. ICMR ने दिल्ली को ये सभी टेस्टिंग किट निशुल्क प्रदान किए हैं.
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने दिल्ली के लिए रिवाइज्ड ‘दिल्ली COVID रिस्पॉन्स प्लान’ तैयार किया है और उसे सपोर्ट भी कर रहे हैं. एनसीडीसी 27 जून 2020 से 10 जुलाई 2020 तक दिल्ली भर में एक सीरोलॉजिकल सर्वे भी करेगा. शरीर में एंटी-बॉडीज की मौजूदगी का पता लगाने के लिए 20,000 व्यक्तियों के खून के नमूनों का परीक्षण किया जाएगा.
CPAF और DRDO के तहत बनाए कोविड सेंटर
दिल्ली में रोकथाम के उपायों को बढ़ाने के प्रयास के रूप में, छतरपुर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास में 10,000 बेड वाला ‘सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर’ बनाया जा रहा है. इस केंद्र का पूरा संचालन, जिसमें मेडिकल स्टाफ की अपेक्षित संख्या की उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल है, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) को सौंपा गया है, जिसमें भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) अग्रणी है. फिलहाल इसमें लगभग 2,000 बिस्तरों को चालू किया जा रहा है.
इसके अलावा डीआरडीओ द्वारा संचालित एक हजार बेड का नया ग्रीन फील्ड अस्पताल और सेना के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ धौला कुआं के पास एक क्षेत्र से अगले सप्ताह काम करना शुरू कर देंगे. इस नए क्षेत्र के अस्पताल का एम्स, नई दिल्ली के साथ एक रेफरल संबंध होगा. अस्पताल ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और आईसीयू से लैस होगा.
N95 मास्क, PPE किट और HCQ टैबलेट भी दी गई
भारत सरकार ने दिल्ली में 11.11 लाख N95 मास्क, 6.81 लाख पीपीई किट, 44.80 लाख हाइड्रोक्लोक्वीन टैबलेट की खरीद और वितरण किया है. 425 वेंटिलेटर दिल्ली को आवंटित किए गए और सभी को दिल्ली सरकार के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया गया है.
दिल्ली में 34 डेडिकेटेड कोविड अस्पताल (DCH), 4 डेडिकेटेड कोविड स्वास्थ्य केंद्र (DCHC), 24 डेडिकेटेड कोविड केंद्र (DCCC) हैं, जो अपनी गंभीरता के अनुसार COVID-19 रोगियों का इलाज करते हैं. इस प्रकार, दिल्ली में कुल 62 केंद्र COVID-19 के उपचार में लगे हुए हैं. दैनिक आधार पर इनकी की संख्या बढ़ाई जा रही है.
वहीं दिल्ली सरकार को सलाह दी गई है कि प्रत्येक मृत व्यक्ति का COVID-19 के संबंध में मूल्यांकन किया जाए कि मृत्यु से कितने दिन पहले व्यक्ति को अस्पताल लाया गया था और कहां से लाया गया था. साथ ही केंद्र सरकार को हर मौत की सूचना समय पर देनी होती है. सभी अस्पतालों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि शवों को उनके परिजनों को सौंपने और COVID -19 मृतक मरीजों का अंतिम संस्कार करने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए.
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