Tunnel Collapsed in Ramban: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए सुरंग हादसे की जांच को लेकर केंद्र सरकार ने रविवार को तीन सदस्यीय पैनल गठित किया है और एहतियाती कदम उठाने के लिए भी कहा है. वहीं भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने शुरुआती प्रक्रिया शुरू कर दी है. गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के रामबन में गुरुवार रात एक निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था. इस हादसे में कई लोग दब गए थे. इस हादसे में 10 मौतों की पुष्टि हुई है.
शनिवार को रामबन एसएसपी मोहिता शर्मा ने बताया था कि कुल 10 लोग थे, जिसमें 5 व्यक्ति बंगाल से, 1 व्यक्ति असम से, 2 व्यक्ति नेपाल से और 2 व्यक्ति स्थानीय निवासी थे. सभी 10 शव बरामद हो गए हैं. एक शव शुक्रवार को मिला था और 9 शव शनिवार को निकाले गए. इस मामले में लापरवाही को लेकर धारा 287, 336, 337 और 304A के तहत केस दर्ज किया गया है.
निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढहने से फंसे थे कई मजदूर
बता दें कि, रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (Jammu Srinagar National Highway) पर 19 मई की रात करीब 10.15 बजे खूनी नल्लाह रामबन के पास टी-3 की निर्माणाधीन चार लेन की सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था, जिससे साइट पर काम कर रहे सरला कंपनी के एक दर्जन से ज्यादा मजदूर फंस गए थे.
चार लोगों को बचाया गया
टनल के ढहने के तुरंत बाद पुलिस और सेना ने एक संयुक्त बचाव अभियान शुरू कर दिया था. चार लोगों को तभी बचा लिया गया था जिनको रामबन जिला अस्पताल भेजा गया. इनमें से एक झारखंड के 33 साल के विष्णु गोला को इलाज के लिए जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया गया था. घटना के बाद रामबन के डिप्टी कमिश्नर, डीआईजी, एसएसपी, परियोजना निदेशक एनएचएआई और निर्माण कंपनी के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे थे. सुरंग के आगे के हिस्से की तरफ खड़े बुलडोजर और ट्रक समेत कई वाहन और मशीनें क्षतिग्रस्त हो गई थी. खराब मौसम के बीच शनिवार को सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. इस दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. शनिवार को रेस्क्यू के दौरान सभी 10 शव बरामद हो गए थे.
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