नई दिल्ली: अमरनाथ हमले के बाद सरकार आतंकवाद से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा प्लान बनाया है. सूत्रों के मुताबिक केंद्र ने घाटी में छुपे आतंकियों को मारने के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बल, सेना और खुफिया एजेंसियों को संयुक्त ऑपरेशन चलाने का निर्देश दिया है. इस ऑपरेशन में आतंकियों को ढूंढ कर मारा जाएगा.



 



सूत्रों की माने तो सरकार ने अमरनाथ यात्रा रूट पर भी विशेष बल तैनात करने की बात कही है. यात्रा को फुल प्रूफ रखने के लिए अतिरिक्ट बटालियन भी लगाई जा सकती है. इस पूरे प्लान पर आखिरी फैसला केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह और हंसराज अहीर के कश्मीर से लौट कर आने के बाद ही होगा.



 



अब हर दिन ड्रोन से रखी जाएगी अमरनाथ यात्रा पर कड़ी नज़र



जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में कल रात अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद आज सुबह गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में उनके आवास पर गृह मंत्रालय की विशेष बैठक हुई. लगभग सवा घंटे तक चली इस बैठक में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए पांच बड़े फैसले लिए गए हैं. गृहमंत्रालय ने यात्रा की हर रोज ड्रोन कैमरे के जरिए निगरानी की बात भी कही है.



 



हमले के पीछे लश्कर-हिजबुल का हाथ, पाक का इस्माइल है मास्टरमाइंड



अमरनाथ यात्रा हमले को लेकर खुफिया विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसमें लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन दोनों का हाथ था. दोनों आतंकी संगठनों ने मिलकर इस हमले को अंजाम दिया. खास बात यह है कि ‘लोकल’ मॉड्यूल की मदद से निहत्थों पर गोलियां बरसाई गईं. कहा जा रहा है कि इस्माइल नाम का लश्कर का आतंकी इस हमले को लीड कर रहा था. फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां जांच में लगी हैं.



 



देश भर में प्रदर्शन, लोगों ने जलाए पाकिस्तान के पुतले



अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले के विरोध में मंगलवार को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन भी हो रहा है. उत्तर प्रदेश, गुजरात और दिल्ली समेत देशभर में लोग हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किए गए.